उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी ने महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से विकास भवन स्थित ऑडिटोरियम हॉल में महिला जनसुनवाई आयोजित की। इस दौरान उन्होंने पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना।

जनसुनवाई के दौरान कुल 17 शिकायत पत्र प्राप्त हुए, जिनमें सर्वाधिक शिकायतें महिला उत्पीड़न एवं पेंशन से संबंधित रहीं। माननीय सदस्य द्वारा मौके पर ही 03 शिकायतों का निस्तारण किया गया तथा शेष प्रकरणों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को 15 दिवस के भीतर निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर माननीय पूनम द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिससे महिलाओं एवं बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर उन्हें सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं एवं बालिकाओं की छोटी-बड़ी सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय के लिए भटकना न पड़े और उनका मान-सम्मान हर परिस्थिति में सुरक्षित रहे।

उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों का संचालन कर रही है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर महिलाएं एवं बालिकाएं निःसंकोच टोल फ्री नंबरों पर शिकायत दर्ज करा सकती हैं। यदि समय से न्याय न मिले तो राज्य महिला आयोग में भी शिकायत की जा सकती है, जहां से उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।
जनसुनवाई के दौरान दिव्यांगजनों के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए गए, जिस पर दिव्यांगजन अधिकारी ने जानकारी दी कि सभी विकास खण्डों में नियमित रूप से कैंप आयोजित किए जा रहे हैं और पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही माननीय सदस्य ने दिव्यांगजनों को शादी अनुदान योजना में आच्छादित किए जाने के भी निर्देश दिए।

माननीय सदस्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनसुनवाई के दौरान अपने पूर्व कार्यों की लिखित जानकारी अवश्य प्रस्तुत करें तथा सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं। उन्होंने ब्लॉक एवं ग्राम सभा स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप आयोजित कर लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर सी0ओ0 जसवन्तनगर आयुषी सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी लक्ष्मीकांत त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में पीड़ित महिलाएं उपस्थित रहीं।

