पंडित संतोष चौधरी का जन्म 25 दिसंबर, 1955 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पृथ्वीपुर ग्राम में हुआ। उनके पिता का नाम स्व० श्री लालबाबू चौधरी और माता जी का नाम स्व० श्रीमती प्रेमा देवी है। उनकी पत्नी का नाम श्रीमती राधा चौधरी है और उनके दो बच्चे हैं, यशवर्धन चौधरी (बेटा) और अंशुमा दीक्षित (बेटी)। पंडित संतोष चौधरी ने सनातन धर्म इंटर कॉलेज, इटावा से अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की और उच्च शिक्षा के लिए कर्म क्षेत्र महाविद्यालय, इटावा में दाखिला लिया।
पंडित संतोष चौधरी के जीवन में राजनीति का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। उन्होंने अपनी प्रजातंत्रिक दायित्वों को निभाते हुए अनेक चुनावों में भाग लिया। 1982 में, उन्होंने कर्म क्षेत्र महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष के लिए उम्मीदवारी दाखिल की, जहां उन्हें छात्रों का अपार समर्थन प्राप्त हुआ। इसके बाद, 1993 में, उन्होंने कांग्रेस से इटावा विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा। उन्होंने 2002 में आगरा की बाह विधानसभा से समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ा। 2009 में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इटावा से उप-चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया।
पंडित संतोष चौधरी का समाज में योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने 36 साल तक जनसहयोगी इंटर कॉलेज के प्रबंधक के रूप में सेवाएं प्रदान की। उन्होंने गरीबों की मदद करने में हमेशा अपना योगदान दिया है और वे एक सफल व्यवसायी भी हैं। लोकहित के कार्यों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और वे इन कार्यों में हमेशा उच्चतम मान्यता के साथ भाग लेते हैं।
पंडित संतोष चौधरी एक प्रमुख ब्राह्मण नेता भी हैं। उन्होंने अपने जीवन के दौरान ब्राह्मण समाज को आगे बदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनकी समाजसेवा और समुदाय सेवा में अद्वितीय योगदान के कारण उन्हें ब्राह्मण समाज में आदर्श व्यक्ति के रूप में पहचाना जाता है। उनके सामर्थ्य, विश्वास और समर्पण की वजह से उन्हें ब्राह्मण समुदाय की समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त हुआ है। वे अपने समुदाय के लिए न सिर्फ एक नेतृत्वी आदर्श हैं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी हैं।
पंडित संतोष चौधरी की जीवनशैली और उनके समर्पण का प्रतीक है, जिनसे वे समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सम्मानित हुए हैं। उनका व्यक्तित्व और सेवाभाव लोगों को प्रभावित करता हैं और उन्हें एक प्रेरणास्रोत के रूप में स्वीकार किया जाता है। वे अपने परिवार, समाज, और जनपद के लिए निरंतर प्रयास करते रहे हैं और एक राजनीतिज्ञ और सेवाकर्मी के रूप में मान्यता प्राप्त की हैं।
पंडित संतोष चौधरी के जीवन में सेवा भावना और समाजसेवा के प्रति गहरी प्रतिष्ठा है। उन्होंने अपने जीवन के दौरान अनेकों समाजसेवा कार्यों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया है। उनका मुख्य मकसद समाज के गरीब और कमजोर वर्ग की मदद करना और उनकी समस्याओं का समाधान करना रहा है।