अखिलेश यादव एक सशक्त, लोकप्रिय और जतना के हितों के लिए लड़ने वाले भारतीय राजनेता हैं वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वर्तमान में वह करहल विधान सभा से विधायक निर्वाचित है और उत्तर प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष का पद संभाल रहे है।
अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को इटावा के सैफई गाँव में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय श्री मुलायम सिंह यादव और माँ स्वर्गीय श्रीमती मालती देवी हैं। अखिलेश यादव का विवाह 24 नवंबर 1999 को हुआ, और उनकी पत्नी का नाम श्रीमती डिंपल यादव है। उनके तीन बच्चे हैं, जिनका नाम अदिति, अर्जुन और टीना है।
मैसूर विश्वविद्यालय से इंजीनिरिंग पास है अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने अपनी शिक्षा मैसूर विश्वविद्यालय, कर्नाटक से बीई की है। वे एक इंजीनियर, सफल राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका पता उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित 4, विक्रमादित्य मार्ग है।
अखिलेश यादव ने अपनी राजनैतिक करियर की शुरुआत 2000 में की, जब उन्हें सांसद के रूप में 13वीं लोकसभा के उपचुनाव में चुना गया। उन्होंने इस दौरान लोकसभा की खाद्य और नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण कमेटी के सदस्य के रूप में कार्य किया। वर्ष 2000-01 में वह आचार समिति के सदस्य भी रहे है। 2002 से 2004 तक वह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, वन और पर्यावरण कमेटी का सदस्य रहे है।
चार बार लोकसभा सांसद रहे है अखिलेश यादव
2004 से 2009 तक, अखिलेश यादव ने 14वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में सेवा की। उन्होंने प्राक्कलन समिति, शहरी विकास कमेटी, सांसदों के लिए कम्प्यूटर का प्रावधान करने वाली कमेटी के सदस्य बनकर अपने कार्यकाल को सम्पन्न किया। 5 अगस्त 2007 को वह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, वन और पर्यावरण कमेटी का भी सदस्य चुने गए।
2009 में, अखिलेश यादव को 15वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में चुना गया। 2009 से 2012 तक, उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन एवं 2G स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच करने वाली जेपीसी का सदस्य भी बनाया। 10 मार्च 2012 को, अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया।
उन्होंने 15 मार्च 2012 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। अखिलेश यादव ने 13वीं, 14वीं एवं 15वीं लोकसभा में कन्नौज लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 17वीं लोकसभा में उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया
लैपटॉप वितरित कर आईटी क्षेत्र उत्तर प्रदेश में आईटी क्रांति लाये
अखिलेश यादव का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल बहुत ही शानदार रहा उन्होंने लाखों इंटर पास युवायों को लैपटॉप वितरित कर आईटी क्षेत्र में क्रांति ला दी। अखिलेश यादव गरीब, किसान, मजदूर और दलितों के सर्वांगीण विकास के लिए सक्रिय रूप से संघर्ष करते रहे हैं। उन्हें खाली समय में पुस्तके पढ़ना, संगीत सुनना और फिल्में देखना पसंद हैं। उनका पसंदीदा खेल फुटबॉल और क्रिकेट है
अखिलेश यादव ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक विकास को प्रोत्साहित किया और जनता की सेवा करने में सफल रहे। अखिलेश यादव के कार्यकाल में ढेरों योजनाएं शुरू की गईं, जिनमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए प्रयास किया गया। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, पर्यटन, परिवहन, सौर ऊर्जा, कला-संस्कृति आदि क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा दिया गया।
ये सभी कार्य अखिलेश यादव के राजनैतिक कौशल, सामाजिक संज्ञान, और उद्यमशीलता की प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं। उन्होंने लोगों के विकास और कल्याण के लिए नई योजनाओं को शुरू किया और राज्य को एक नयी ऊर्जावान दिशा दी। उनके कार्यों ने उत्तर प्रदेश की प्रगति को स्थायी रूप से गति दी है। उन्होंने लोहिया आवास योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आवास प्रदान किए हैं जिससे उनकी आवासीय स्थिति में सुधार हुई है।
बेरोजगारी भत्ता योजना ने दिया युवाओं को नया जीवन
अखिलेश यादव ने युवाओं के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया। उन्होंने बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरुआत की, जिससे बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की गई। उन्होंने सरकारी नौकरियों में युवाओं की भर्ती के लिए विशेष प्रयास किए, जिससे लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी का मौका मिला। युवाओं के उद्यमिता और रोजगार के विकास को बढ़ावा देने के लिए उनके कार्यकाल में कई योजनाएं शुरू की गईं।
अखिलेश यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को महत्व दिया और उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए कई कदम उठाए। सड़कों, पानी सप्लाई, बिजली आपूर्ति और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा दिया गया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ। अखिलेश यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग, कृषि, वाणिज्यिक सेवाएं और बाजारी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।
अखिलेश यादव के कार्यकाल में उन्होंने युवाओं और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए बहुत सारे महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। युवाओं के लिए नौकरी के अवसरों को बढ़ाने से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास तक, उन्होंने सभी क्षेत्रों में उन्नति के लिए काम किया है। इससे सामाजिक और आर्थिक सुधार हुआ है और उत्तर प्रदेश के निवासियों को आगे बढ़ने के लिए नया मौका मिला।
कन्या विद्याधन योजना ने बेटिओं को बनाया सशक्त
अखिलेश यादव की प्रमुख पहलों में से एक है “कन्या विद्याधन योजना”। इस योजना के तहत, वित्तीय रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती थी जो उनके शैक्षिक और पेशेवर विकास में सहायता करता है।
अखिलेश यादव ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए “1090 महिला हेल्प लाइन” योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत, महिलाओं को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक हेल्पलाइन प्रदान की जाती है जिसके माध्यम से वे आपातकालीन स्थितियों में तत्काल सहायता प्राप्त कर सकती हैं। इससे महिलाओं को सुरक्षा के मामले में आत्मविश्वास बढ़ता है और उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का अवसर मिलता है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे ने सुगम परिवहन को नयी दिशा दी
उन्होंने लखनऊ मेट्रो और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है जो सुगम परिवहन की सुविधाएं प्रदान करती हैं और इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने पावर सेक्टर के विकास के लिए प्रयास किए हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
अखिलेश यादव की सरकार ने पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं। युवाओं को पुलिस बल में नौकरी प्रदान करके उनके रोजगार के अवसरों को बढ़ाया गया है। साथ ही, अखिलेश यादव ने किसानों के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं जैसे कि कामधेनु योजना और समाजवादी स्वास्थ्य सेवा। इन कार्यक्रमों से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को आर्थिक और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलता है जो उनके जीवन को सुधारते हैं।
अखिलेश यादव के कार्यकाल में प्रदेश वासियों के लिए ढेरों योजनाएं शुरू की गई हैं जो उनके विकास और समृद्धि को प्रोत्साहित करती हैं। उनका उद्देश्य युवाओं को संघर्षमय जीवन से निकालकर उन्नति और सशक्तिकरण की दिशा में प्रेरित करना रहा है। इन कार्यों के परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश में सकारात्मक परिवर्तन आया है और जनता को स्वावलंबी मदद मिली है।