ताखा विकास खंड सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की टंकियों से होने वाली जलापूर्ति के लिए तकनीकी रूप से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला का उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकना और ग्रामीणों को इसके उपयोग के प्रति जागरूक करना था।
मंगलवार को कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान खंड विकास अधिकारी राजकुमार शर्मा ने कहा, “जल ही जीवन है, और इसलिए हमें पानी का सही तरीके से उपयोग करना होगा।” उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे पानी की टंकी से मिलने वाले पानी को केवल आवश्यकतानुसार ही उपयोग करें और टोटी से उतना ही पानी लें जितना आवश्यक हो।
राजकुमार शर्मा ने आगे कहा कि सरकार घर-घर पानी की टोटी से जल पहुंचाने के लिए पंचायतों में पानी की टंकियों का निर्माण कर रही है। हालांकि, जागरूकता की कमी के कारण जल का दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने बताया कि पानी की बर्बादी को रोकने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करना और प्रशिक्षित आपरेटरों द्वारा जगह-जगह होने वाले रिसाव को रोकना जरूरी है।