सरसईनावार झील से निकलने वाले पानी की निकासी के लिए बनाए गए नाले की सफाई का कार्य इन दिनों चल रहा है। हालांकि, किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग द्वारा कराई जा रही इस सफाई में मानकों की अनदेखी की जा रही है, जिससे नाले से जलनिकासी की समस्या दूर होने की बजाय बढ़ सकती है।
इलाकाई लोगों के अनुसार, नाले की सफाई लगभग 16 किलोमीटर तक ईश्वरपुर गांव तक की जा रही है। किसान नेता विश्राम सिंह यादव ने बताया कि नाले से सिर्फ बीच-बीच में मलबे को निकाला जा रहा है, जबकि कई स्थानों पर अभी भी मिट्टी भरी हुई है, जिससे जलनिकासी की समस्या हल नहीं हो रही है। उनका कहना है कि अगर नाले की पूरी सफाई ठीक से नहीं की गई, तो बारिश के मौसम में पानी की निकासी में और भी समस्या आएगी।
वहीं, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंचाई विभाग के जेई आनंद आर्य ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी। इसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया और ठेकेदार को सफाई कार्य मानक के अनुसार करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना था कि जल्द ही सफाई के मानकों का पालन किया जाएगा, ताकि जलनिकासी की समस्या का समाधान हो सके।