बसरेहर कस्बे में निर्माणाधीन बाइपास और खस्ताहाल सड़कें लोगों के लिए मुसीबत बन गई हैं। नेशनल हाइवे 234 का 4 किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह से खराब हो चुका है, जिससे बाजार आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, जलभराव की समस्या भी कस्बे में जगह-जगह देखने को मिल रही है।
कस्बे से निकलने वाली रोडवेज बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि अब इन बसों को निर्माणाधीन बाइपास से जाना पड़ रहा है। इसके कारण सवारियों को सुनसान बाइपास पर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। कस्बे के आसपास के गांवों के लोग, जैसे बेवर, फरुखाचाद और वरेली, भी अब बाइपास पर ही बसों का इंतजार करने को मजबूर हैं।
नेशनल हाइवे पर आशानंदपुर गांव से लेकर बहादुरपुर गांव और बसरेहर सीएचसी से लेकर कला बाग तिराहे तक गड्ढों में तब्दील हो चुका है, जिससे लोगों को सड़क पर चलने में मुश्किलें हो रही हैं। गड्ढों की समस्या के कारण रोडवेज की बसें भी इन खस्ताहाल सड़कों से नहीं निकल पा रही हैं, और बाइपास पर चलने के लिए मजबूर हो रही हैं।
इस स्थिति से केवल यात्री ही नहीं, बल्कि कस्बे का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है, क्योंकि लोग अब बाइपास की ओर रुख कर रहे हैं और कस्बे में कम आवाजाही हो रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करने की मांग की है ताकि सड़क की स्थिति सुधरे और यातायात सामान्य हो सके।