बकेवर। भोगनीपुर नहर प्रखंड से निकले रितौर माइनर की पटरी कटने से किसानों की फसलें और गांव में पानी घुस गया। मंगलवार की सुबह जब लोग सो कर उठे, तो चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया। ठंड के मौसम में बाढ़ जैसे हालात देखकर किसानों के होश उड़ गए।माइनर कटने की सूचना सिंचाई विभाग के जिम्मेदारों को देते हुए गांव के करीब 50 किसान मौके पर पहुंचे और माइनर की पटरी से पानी बंद करने का प्रयास किया, लेकिन पानी बंद नहीं हुआ।
किसान विनय कुमार, सुधीर कुमार, अवधेश कुमार, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार, प्रकाश कुमार आदि ने आरोप लगाया कि रितौर माइनर की जेसीबी से सफाई की गई थी, लेकिन माइनर की टेल तक सफाई नहीं की गई, जिससे यह स्थिति बनी है। माइनर में पानी अधिक होने से पटरी कट गई और किसानों की एक हफ्ते पहले बोई गई गेहूं की फसल और सरसों आदि फसलें जलमग्न हो गई हैं।
माइनर का पानी किसानों के घरों तक भी घुस गया है। विनय कुमार की 5 बीघा, महेंद्र की पांच बीघा, अवधेश कुमार की 10 बीघा, प्रमोद कुमार की आठ बीघा, राजीव कुमार की आठ बीघा, प्रदीप कुमार की 4 बीघा, प्रकाश की 12 बीघा, गोविंद की तीन बीघा, अमित की दो बीघा, वीरेंद्र सिंह की पांच बीघा, जगदीश की छह बीघा, पिंटू की छह बीघा, संतोष की चार बीघा, बाँची की चार बीघा, उदय वीर की चार बीघा, रविंद्र की दो बीघा, सतेन्द्र की 2 बीघा, प्रदीप की दो बीघा फसलें जलमग्न हो गईं।
भोगनीपुर नहर प्रखंड के एई हरिपाल सिंह ने बताया कि माइनर की सफाई ठीक से हुई थी और पटरी को मजबूत बनाया गया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों को भेजकर पटरी सही कराई जाएगी। इस घटना ने किसानों के बीच भारी चिंता और असुरक्षा की स्थिति पैदा कर दी है, और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है।

