वरिष्ठ पत्रकार वी पी राजन, जिनका पूरा नाम वीर पाल सिंह राजन है, इटावा के प्रसिद्ध और सम्मानित पत्रकारों में से एक हैं। उनका जन्म 8 अप्रैल 1971 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बसरेहर ब्लॉक के ग्राम राहिन में हुआ। उनके पिता श्री बाबू राम और माँ श्रीमती त्रिवेणी देवी ने अपने मूल्यों और संस्कारों से उन्हें न केवल एक सफल इंसान बनने के लिए प्रेरित किया, बल्कि जीवन में सच्चाई, मेहनत और ईमानदारी के महत्व को भी समझाया।
वी पी राजन का परिवार भी उनकी सफलता और समाज में उनके योगदान के पीछे एक मजबूत आधार रहा है। उनकी पत्नी पुष्पा राजन, जो सिंचाई विभाग इटावा में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, ने हमेशा परिवार और करियर के बीच संतुलन बनाए रखा है। उनके बेटे, दिव्यांशु और प्रिव्यांशु, अपनी शिक्षा के साथ-साथ अपने माता-पिता के सिद्धांतों और मूल्यों को भी आत्मसात कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भविष्य में वे भी अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे।
वी पी राजन की पत्रकारिता में गहरी पकड़ और समझ ने उन्हें इटावा जिले में एक प्रमुख स्थान दिलाया है। पत्रकारिता में दो दशकों से सक्रिय वी पी राजन ने समाज और राजनीति से जुड़े तमाम मुद्दों पर अपनी स्पष्ट और निर्भीक लेखनी से जनता का ध्यान आकर्षित किया है। उनकी रिपोर्टिंग में गहन सामाजिक दृष्टिकोण और तथ्यात्मक विश्लेषण की स्पष्टता झलकती है, जिससे वे न केवल पाठकों के बीच, बल्कि अपने सहकर्मियों के बीच भी आदरणीय बने हुए हैं।
वी पी राजन न केवल एक सफल पत्रकार और समाजसेवी हैं, बल्कि एक विनोदप्रिय इंसान भी हैं। उनके स्वभाव में गहरी संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ ही एक मज़ाकिया अंदाज़ भी शामिल है, जो उन्हें अपने दोस्तों और सहकर्मियों के बीच बेहद प्रिय बनाता है। हंसी-मज़ाक और हल्के-फुल्के संवाद उनके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा हैं, जिससे वे दूसरों के साथ तुरंत एक जुड़ाव महसूस कराते हैं।
पत्रकारिता की जटिलताओं और तनावपूर्ण माहौल के बीच, वी पी राजन का यह गुण उन्हें औरों से अलग बनाता है। वे मानते हैं कि जीवन में हंसी और खुशी के छोटे-छोटे क्षण बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, जो इंसान को तनावमुक्त रखते हैं। चाहे अपने पत्रकार मित्रों के साथ चर्चा हो या कोई अन्य जगह, वी पी राजन अपने हल्के-फुल्के अंदाज और मजेदार किस्सों से माहौल को जीवंत बना देते हैं। उनके साथ समय बिताने वाले लोग अक्सर उनके विनोदपूर्ण स्वभाव की तारीफ करते हैं।
वी पी राजन का जीवन उनके संघर्ष, समर्पण और समाज के प्रति जिम्मेदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। एक ग्रामीण और साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले राजन ने अपनी मेहनत और कड़ी लगन से पत्रकारिता, प्रशासनिक कार्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्रों में विशेष स्थान प्राप्त किया है।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा इटावा जिले के बसरेहर ब्लॉक के ग्राम राहिन के प्राथमिक विद्यालय से हुई। शिक्षा के प्रति उनकी रुचि और लगन ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने मैनपुरी के चित्रगुप्त महाविद्यालय से राजनीती शास्त्र में परास्नातक की डिग्री प्राप्त की। उनके अकादमिक जीवन ने न केवल उनकी सोच को विस्तार दिया, बल्कि उन्हें समाज और राजनीति के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझने का अवसर भी प्रदान किया।
शिक्षा के बाद, वी पी राजन ने अपने करियर की शुरुआत महोबा जिले के कलेक्ट्रेट में लिपिक के पद पर की, जहाँ उन्होंने प्रशासनिक कार्यों का अनुभव प्राप्त किया। इसके साथ ही, उन्होंने जिला जेल इटावा में जेल विजिटर के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण चरण था, जहाँ उन्होंने जेल प्रशासन और कैदियों के जीवन को नजदीक से देखा और समझा।
राजन ने न केवल पत्रकारिता और प्रशासनिक सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया, बल्कि उन्होंने अपने गांव और समाज की सेवा में भी बड़ी भूमिका निभाई। वे ग्राम प्रधान के पद पर निर्वाचित हुए, जहाँ उन्होंने अपने गांव राहिन के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके नेतृत्व में गांव में बुनियादी ढांचे का विकास हुआ और सामाजिक समस्याओं का समाधान हुआ। उनके इन कार्यों ने उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाया।
पत्रकारिता के क्षेत्र में भी वी पी राजन का सफर उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने सी न्यूज में बतौर संबाददाता काम किया, जहाँ उन्होंने अपने रिपोर्टिंग कौशल से कई महत्वपूर्ण समाचारों को उजागर किया। इसके अलावा, उन्होंने प्रतिष्ठित समाचार पत्रों जैसे कल्पतरु, पुष्प सवेरा और अमर उजाला में भी काम किया, जहाँ उनकी लेखनी ने समाज के विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता फैलाई।
वर्तमान में, वी पी राजन अमृत विचार समाचार पत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जहाँ वे निरंतर अपनी लेखनी के माध्यम से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनका यह सफर पत्रकारिता के प्रति उनकी निष्ठा और समाज को सही जानकारी देने के उनके संकल्प को दर्शाता है।