Monday, November 24, 2025

वेदव्रत गुप्ता: वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता का अद्वितीय संगम

Share This

यहाँ कहीं न कहीं जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने का रहस्य यही है कि हम कठिनाइयों के मुकाबले संघर्ष करते हैं और निरंतर प्रयास करते हैं। इसी मंत्र को अपनाकर प्रख्यात पत्रकार वेदव्रत गुप्ता ने अपनी यात्रा की उंचाइयों को छूने का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। वेदव्रत गुप्ता का जन्म 7 अक्टूबर, 1955 को जसवन्तनगर में हुआ। उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री देव व्रत जी गुप्ता आर्य था और जन्म देने वाली माँ का नाम स्वर्गिया ओमबती गुप्ता, हालांकि पहली मां का मात्र 9 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वेदव्रत गुप्ता का आगे का लालन पालन उनकी माँ स्वर्गीया ज्ञानवती गुप्ता किया।

वेदव्रत का शौक विज्ञान में था और उन्होंने अपनी शिक्षा में उच्चतम स्तर तक अध्ययन किया है। उन्होंने M.Sc. की उपाधि जंतु विज्ञान विषय और M.Phil. की उपाधि कीट विज्ञान विषय से प्राप्त की ।

वेदव्रत गुप्ता की पत्नी का नाम सीमा देवी गुप्ता हैं। वेदव्रत और सीमा एक दूसरे के प्रति अत्यंत प्रेम और सम्मान का भाव रखते है। पूजा व्रत गुप्ता, वेदव्रत और सीमा देवी की पहली संतान हैं। वह लेखक हैं और अभी ऑस्ट्रेलिया में हैं। दीपा व्रत गुप्ता वेदव्रत और सीमा देवी की दूसरी संतान हैं। वह आगरा में निवास करती हैं, अनमोल गुप्ता वेदव्रत और सीमा देवी की तीसरी संतान हैं। वह नोएडा में नौकरी करते हैं।

सफलता की कहानी एक पत्रकार की दृष्टि से

वेदव्रत गुप्ता का पत्र पत्रिकाओं में लेखन का सफर वर्ष 1977 से शुरू हुआ। उनके लेख देश और विदेश की पत्र-पत्रिकाओं  में 400 से अधिक बार प्रकाशित हुए। उन्होंने वर्ष 1978 में दैनिक देशधर्म, इटावा से पत्रकारिता की शुरुआत की। उन्होंने वर्ष 1979 में दैनिक आज कानपुर से जुड़कर वर्ष 1982 तक जिला संवाददाता के रूप में कार्य किया। उन्होंने वर्ष 1987 में दैनिक माधव संदेश, इटावा में सब एडिटर के पद पर कार्य किया।

वेदव्रत गुप्ता वर्ष 1987 से 1990 तक जनसत्ता, नई दिल्ली के जिला संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे। उनकी रिपोर्टिंग इंडियन एक्सप्रेस में भी में भी छपी। इसके बाद वे एक वर्ष तक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते हुए दैनिक देशधर्म के एडिटोरियल सहायक के रूप में स्वर्गीय देवीदयाल दुबे जी के सानिध्य में काम करते रहे।

सन् 1992 से 2015 तक वेदव्रत गुप्ता लगातार 23 वर्षों तक दैनिक जागरण के जसवंतनगर और सैफई इलाके के संवाददाता रहे। उनकी रिपोर्टिंग में कछपुरा कांड और नगला विशुन कांड जैसे महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग और खुलासा शामिल है। नगला विशुन कांड में, एक चाचा ने अपने पूरे परिवार को मारकर यमुना नदी में बहा दिया था और फिर घर में ताला लगाकर फरार हो गया था। वेदव्रत गुप्ता की रिपोर्टिंग से इस घटना का खुलासा हुआ था।

वेदव्रत गुप्ता उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार मान्यता प्राप्त हैं। सन् 2016 में उन्होंने फिर से दैनिक आज के साथ कम करना शुरू किया। उन्होंने जसवंतनगर टाइम्स पोर्टल की शुरुआत की है और कई अन्य न्यूज़ पोर्टल्स के लिए समाचार प्रेषण का काम कर रहे है।

सामाजिक कार्यकर्ता और साहित्यकार

वेदव्रत गुप्ता एक प्रख्यात पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और साहित्यकार हैं। उन्होंने पत्रकारीता काल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। सन् 1996 में सैफई महोत्सव को उन्होंने स्वर्गीय श्री रणवीर सिंह के साथ मिलकर आरंभ किया। इस महोत्सव के संस्थापक प्रबंधक के रूप में वह अब तक कार्य कर रहे है,

वेदव्रत गुप्ता सैफई महोत्सव के दौरान कवि सम्मेलन और दंगल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहे है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उन्होंने लोक कला, संस्कृति और हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया है। वे इन आयोजनों में देश के प्रमुख खिलाड़ियों और फिल्मी हस्तियों को शामिल करके इटावा और आसपास की ग्रामीण जनता को उनसे रूबरू कराने का प्रयास करते रहे है।

जसवंत नगर में वेदव्रत गुप्ता कई सामाजिक संस्थाओं के अध्यक्ष और पदाधिकारी हैं। इनमें शंकर बारात समिति, शांतिवन, केला देवी मंदिर, लायंस क्लब और अन्य कई संस्थाएं शामिल हैं। उन्होंने इन संस्थाओं के माध्यम से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा करने का संकल्प लिया है।

वेदव्रत गुप्ता ने जसवंत नगर की ऐतिहासिक डेढ़ शताब्दी पुरानी मैदानी रामलीला पर 300 पेज की पुस्तक लिखी है, जिसे 2017 में विमोचित किया गया। इस पुस्तक में देश की जानी-मानी हस्तियां ने अपना समर्थन दिया है। वेदव्रत गुप्ता ने कोरोना महामारी के समय जरूरतमंद लोगो की मदद करने में अपनी पूरी क्षमता से सहयोग दिया है। उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्यों, भोजन वितरण और आर्थिक सहायता के माध्यम से जरूरतमंद लोगो की जरूरतों को पूरा किया है। वेदव्रत गुप्ता एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी प्रगतिशील सोच, सेवा भावना और सामाजिक संघर्ष के माध्यम से समाज के विकास में योगदान दे रहे हैं।

बीरेश मिश्रा, ब्यूरो चीफ, अमृत विचार समाचार पत्र का मानना है की वेदब्रत गुप्ता सिर्फ एक पत्रकार ही नहीं है वे पत्रकारिता की पाठशाला हैं। 80 के दशक से जो पत्रकारिता उन्होंने की वह किसी तपस्या से कम नहीं थी। उनकी वह जीवटता अनुकरणीय हैं। वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व और लेखन के धनी हैं। आज भी उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

दैनिक जागरण इटावा के ब्यूरो चीफ गौरव डुडेजा कहते है वेदव्रत गुप्ता ने कड़े संघर्षों के बाद जमीन से उठकर पत्रकारिता में अपना मुकाम बनाया है यह पूरे जनपद के पत्रकारों के लिए आदर्श है।  पत्रकारिता में एक दिन में सम्मान नहीं पाया जा सकता । आज इतनी उम्र में भी उनका जज्बा कमाल का है I

यह भी पढ़े

शीर्ष पत्रकार गौरव डुडेजा: सत्यनिष्ठा, संघर्ष और प्रगति की प्रतिमूर्ति

पत्रकारिता के मजबूत स्तंभ बीरेश मिश्रा

Share This
Ashish Bajpai
Ashish Bajpaihttps://etawahlive.com/
Content Writer, Call-7017070200, 9412182324, Email-cimtindia@gmail.com, बस एक क्लिक में जाने अपने इटावा को।
spot_img
अपनी खबर या कोई समस्या इटावा लाइव पर निशुल्क प्रकाशित करने हेतु हमें Whatsapp - 7017070200, Email – etawah.news@gmail.com पर जरुर भेंजें।

Read more

वोट करें

हमारा इटावा

ईंटों से नहीं, इष्ट से जुड़ा है इटावा नाम का रहस्य, इष्टिकापुरी है हमारा इतिहास

जब आपसे कोई पूछे कि क्या इटावा का नाम ईंटों के कारण पड़ा, तो आप पूरे आत्मविश्वास के साथ उन्हें बता सकते हैं कि...

शिक्षाविद

महान शिक्षाविद मदन लाल आर्य की शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणादायी यात्रा

महान शिक्षाविद मदन लाल आर्य की शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणादायी यात्रा मदन लाल जी आर्य एक बेहद शालीन व्यक्ति थे जिनका जन्म 24 दिसंबर...

राजनीतिज्ञ

संघ के संस्कारों के साथ 55 वर्षों से राष्ट्रभक्ति की अखंड ज्योति थामें डॉ० रमाकान्त शर्मा

डॉ० रमाकान्त शर्मा का जन्म 17 नवम्बर 1957 को में हुआ। उनका बचपन ग्रामीण परिवेश में बीता, जहाँ सादगी, संस्कार और परिश्रम का संगम...

प्रशासनिक अधिकारी

नुमाइश से लेकर राहत कार्यों तक, इटावा के कर्मठ और जनप्रिय उपजिलाधिकारी : विक्रम सिंह राघव

विक्रम सिंह राघव उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सेवा के उन युवा अधिकारियों में गिने जाते हैं जिन्होंने अपने ज्ञान, कार्यशैली और ईमानदारी से न केवल...

प्रमुख संस्थान

देवांशी ऑनलाइन सर्विस सेंटर – आपकी सभी वाहन सेवाओं एवं ऑनलाइन कार्यो के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन

देवांशी ऑनलाइन सर्विस सेंटर, कृषि भवन ऑफिस के पास, पुलिस लाइन, इटावा आपके सभी सरकारी एवं वाहन संबंधी कार्यों के लिए एक विश्वसनीय केंद्र...

चिकित्सक

डॉ एस. एस. परिहार: दंत चिकित्सा में विशेषज्ञ एवं मरीजों के प्रति सेवा और समर्पण के प्रतीक

डॉ एस. एस. परिहार, जिनका जन्म 30 नवम्बर 1991 को औरैया जनपद में हुआ, एक उदार ह्रदय और मरीजों के प्रति समर्पित दंत चिकित्सा...

चर्चित व्यक्तिव

राजनीति, कर्मचारी आंदोलन और शिक्षा, हरि किशोर तिवारी की बहुआयामी पहचान

इंजीनियर हरि किशोर तिवारी का नाम उत्तर प्रदेश के कर्मचारी आंदोलन, राजनीति और शिक्षा जगत में एक जाना-पहचाना नाम है। उन्होंने साधारण पृष्ठभूमि से...

पत्रकार

पत्रकारिता में नित नए आयाम स्थापित करती वंदना यादव की साहसिक यात्रा

इटावा के छोटे से बीहड़ी गांव मड़ैया अजबपुर की रहने वाली वंदना यादव, इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं कि बेटियां किसी से कम...

टॉप आर्टिकल्स

शरद तिवारी की अनमोल सेवा, लावारिस शवों को दिलाई गरिमामयी विदाई

शरद तिवारी: एक समर्पित समाजसेवी इटावा में शरद तिवारी का नाम समाज सेवा और मानवता के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है।...

व्यवसायी

सर्वेश यादव : एक समर्पित समाजसेवी और सुरक्षा एजेंसी के प्रबंधक

सर्वेश यादव, जनपद इटावा ही नहीं पूरे प्रदेश की सबसे भरोसेमंद सिक्योरिटी एजेंसी "एस.के. ग्रुप ऑफ सिक्योरिटी सर्विस" के प्रबंधक हैं। वे एक व्यवहार...

समाजसेवी

गौरैया की चहचहाहट में जीवन खोजती एक शिक्षिका : डॉ. सुनीता यादव

डॉ॰ सुनीता यादव का जन्म 21 जून 1976 को मैनपुरी जनपद के ग्राम अण्डनी, करहल में हुआ। पिता स्वर्गीय रामनारायण यादव, जो करहल के...

पूर्व अधिकारी