प्रवर्तन कार्यों की समीक्षा को लेकर जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने ओवरलोडिंग एवं अवैध खनन पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए इन पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि पहाड़ियों एवं टीलों को काटकर प्रकृति को नुकसान न पहुँचाया जाए। खनन कार्य केवल बंजर भूमि अथवा उन स्थानों पर किया जाए, जहाँ प्राकृतिक संरचना को क्षति न हो। उन्होंने प्रवर्तन कार्यों में सख्ती बरतने पर जोर देते हुए कहा कि उदी मोड़ पर आने-जाने वाली ओवरलोडिंग वाहनों की विशेष जांच की जाए, उन्हें बंद कराया जाए तथा नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि पुलिस प्रशासन के सहयोग से नियमित एवं सघन प्रवर्तन अभियान चलाया जाए। साथ ही नववर्ष के अवसर पर अपराधों की रोकथाम पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि नुमाइश, चर्च एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतत निगरानी रखी जाए, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना या समस्या उत्पन्न न हो।
बैठक में नकली दवाओं की बिक्री एवं निर्माण पर भी कड़ा रुख अपनाया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि नकली दवा बेचने एवं बनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए तथा मेडिकल स्टोरों पर नियमित जांच कर सैंपल लिए जाएं। झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा पिसी हुई दवाएं पर्चियों में देने के मामलों में भी सैंपल लेकर जांच कराई जाए।

इसके अतिरिक्त दूध, मसाले, नकली सरसों तेल एवं अन्य खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच कराने तथा नकली खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए। बैठक में अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव, एसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी, परिवहन अधिकारी, खनन अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

