प्रदर्शनी पंडाल में आयोजित पंडित शिवदत्त चतुर्वेदी वाद-विवाद प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किए। प्रतियोगिता का शुभारंभ वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जय कृष्ण तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं बच्चों की प्रतिभा को निखारने के साथ-साथ आत्मविश्वास भी बढ़ाती हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राम शरण गुप्त ने कहा कि वाद-विवाद प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों की तार्किक क्षमता और अभिव्यक्ति कौशल का विकास होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात साहित्यकार डॉ. पदम सिंह यादव ‘पद्म’ ने पंडित शिवदत्त चतुर्वेदी का स्मरण करते हुए उन्हें साहित्य जगत का गौरव स्तंभ बताया।

वयोवृद्ध कवि सुरेश भाई मिश्र ने प्रतियोगिता से अपने भावनात्मक लगाव को साझा करते हुए अपनी दिवंगत पुत्री गरिमा मिश्रा की स्मृति में विजयी प्रतिभागियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान किए। इसके साथ ही आर्यकन्या इंटर कॉलेज की शिक्षिका सावित्री कंकन की स्मृति में पुरस्कार भी वितरित किए गए। इस अवसर पर डॉ. कुश चतुर्वेदी ने भावना कंकन एवं निशांत गौरव के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रतियोगिता में पक्ष के वक्ता के रूप में वैशाली चौहान ने प्रथम तथा अभि सिंह ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वहीं विपक्ष के वक्ता के रूप में अंशिका राठौर प्रथम एवं विजय राठौर द्वितीय स्थान पर रहे। वरिष्ठ वर्ग में प्रियंका राजपूत ने प्रथम स्थान हासिल किया।
निर्णायक की भूमिका गौसिया फातिमा, डॉ. आशीष त्रिपाठी एवं प्रशांत तिवारी ने निभाई। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कवि रोहित चौधरी एवं ललित सक्सेना ने किया। स्वागत भाषण संयोजक अजीत नारायण चतुर्वेदी ने दिया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. कुश चतुर्वेदी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉ. मंजुल चतुर्वेदी, महेश दुबे, अनिल मिश्र, प्रियांक मिश्र, हर्ष शर्मा, अम्बरीष नारायण चतुर्वेदी, लव चतुर्वेदी, नृपेंद्र, दुष्यंत सहित अनेक गणमान्य लोगों ने उपस्थित रहकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।

