इटावा, 23 दिसंबर 2025 — “सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम चौपाल के प्रभावी एवं सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में विकास भवन स्थित प्रेरणा सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम चौपाल के आयोजन से पूर्व मुनादी आदि के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जाए तथा केंद्र एवं राज्य सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सुशासन सप्ताह के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रशासनिक गतिविधियां एवं कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें संबंधित विभागीय अधिकारियों की सक्रिय सहभागिता अनिवार्य है, ताकि कार्यक्रमों का संचालन सुव्यवस्थित ढंग से हो सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी कार्य में जवाबदेही और पारदर्शिता अत्यंत आवश्यक है, तभी सही अर्थों में गुड गवर्नेंस स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने सहभागिता को बढ़ावा देने, टीम भावना के साथ कार्य करने तथा ग्राम चौपाल में रजिस्टर बनाए जाने के निर्देश दिए, जिससे उच्चाधिकारियों के भ्रमण के दौरान समुचित जानकारी उपलब्ध कराई जा सके।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी संबंधित अधिकारी ग्राम चौपाल में समय से उपस्थित होकर जनता की समस्याएं सुनें तथा मौके पर ही उनका निस्तारण सुनिश्चित करें। चौपाल स्थल पर बैनर लगाने, योजनाओं की जानकारी देने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। सभी पात्र लाभार्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार योजनाओं का लाभ दिया जाए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि ग्राम चौपाल के दौरान लेखपालों की उपस्थिति अनिवार्य होगी, ताकि खतौनी आदि का सत्यापन कर मौके पर ही फीडिंग की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को समय पालन का विशेष ध्यान रखने और किसी भी प्रकार की समय-सारणी में हेराफेरी न करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सुशासन सप्ताह प्रत्येक वर्ष 19 दिसंबर से 25 दिसंबर तक मनाया जाता है तथा इस दौरान छूटे हुए फैमिली आईडी लाभार्थियों से संबंधित कार्यों को भी प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रमेश चन्द्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राजेश कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

