विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर)–2026 के तहत जनपद में बीएलओ के माध्यम से घर-घर गणना प्रपत्र वितरण का कार्य प्रशासन द्वारा 20 नवंबर 2025 को ही 99.68 प्रतिशत पूर्ण घोषित कर दिया गया था, जबकि इन प्रपत्रों को जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर निर्धारित थी। इसके बावजूद बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्र एकत्र करने की प्रक्रिया बेहद धीमी रही, जिसके चलते अब तक मात्र 80 प्रतिशत गणना प्रपत्र ही प्राप्त हो सके हैं।
इस स्थिति को लेकर समाजवादी पार्टी ने गंभीर आपत्ति जताई है। जिला समाजवादी पार्टी के नेता एवं एसआईआर प्रभारी उदय भान सिंह यादव ने कहा कि यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि पीडीए वर्ग के लोगों से या तो गणना प्रपत्र एकत्र नहीं किए गए हैं या फिर प्रपत्र मतदाताओं तक पहुंचे ही नहीं। उन्होंने आशंका जताई कि यदि समय रहते स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो हजारों मतदाता आगामी मतदाता सूची से वंचित रह सकते हैं।
उदय भान सिंह यादव ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत जनपद की जसवंतनगर विधानसभा के 452 बूथों पर 3,98,702, इटावा विधानसभा के 420 बूथों पर 4,18,791 तथा भरथना विधानसभा के 470 बूथों पर 4,12,138 गणना प्रपत्र वितरित किए गए, इस प्रकार कुल 12,29,631 गणना प्रपत्र घर-घर पहुंचने का दावा किया गया। इसके बावजूद लक्ष्य पूरा न होना प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब अब तक लक्ष्य पूरा नहीं हो सका तो क्या 26 दिसंबर तक इसे पूर्ण किया जा सकेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जहां भी गणना प्रपत्र वितरित किए गए, वहां कई स्थानों पर दो के स्थान पर केवल एक प्रपत्र दिया गया। प्रपत्र जमा करते समय हस्ताक्षर युक्त रसीद नहीं दी गई और न ही प्रपत्र भरने में बीएलओ द्वारा किसी प्रकार की सहायता की गई। उन्होंने कहा कि कुल वितरित गणना प्रपत्रों के सापेक्ष 2,39,403 प्रपत्र कम प्राप्त होना और उन्हें अनुपस्थित, शिफ्टिंग, डबल या मृतक श्रेणी में दर्शाना यह साबित करता है कि लक्ष्य पूर्ति के लिए कार्य गंभीरता से नहीं किया गया।
सपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा बीएलओ पर लक्ष्य पूरा करने का दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते एक ही प्रपत्र के आधार पर कंप्यूटर में फीडिंग की जा रही है और पूरी जानकारी दर्ज नहीं हो पा रही है। बीएलओ से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार 2003 के मतदाताओं का विवरण ऑनलाइन फीडिंग में दर्ज ही नहीं किया गया, जिससे डाटा मैपिंग की समस्या उत्पन्न हो रही है।
अंत में उदय भान सिंह यादव ने प्रशासन से मांग की कि गणना प्रपत्रों की ऑनलाइन फीडिंग में पूर्ण एवं सही डाटा दर्ज किया जाए, ताकि एसआईआर अभियान की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे तथा अभियान के मूल उद्देश्य का सही ढंग से अनुपालन हो सके।

