जीआईसी मैदान के बाहर लगे स्वदेशी मेले में स्थानीय कारीगरों और युवा उद्यमियों द्वारा बनाए गए हाथ के बने आभूषण, डिजाइनर मोमबत्तियां, सजावटी सामान और हस्तनिर्मित बैग खरीददारों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। मेले में इन वस्तुओं की जमकर बिक्री हो रही है।
युवा महिला उद्यमी शिप्रा गौतम की ‘अक्षर’ नामक दुकान पर विशेष रूप से भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं आशा निकेतन के मंदबुद्धि बच्चों द्वारा बनाई गई मोमबत्तियों की दुकान भी मेले का प्रमुख आकर्षण बनी हुई है। इसके अलावा कंबलों, रेडीमेड टी-शर्टों और अन्य घरेलू उत्पादों के स्टॉल भी लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं।
जिला अध्यक्ष व्यापार मंडल आलोक दीक्षित ने नगरवासियों से अपील की है कि वे स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं और इन युवा उद्यमियों का उत्साहवर्धन करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले न केवल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हैं बल्कि स्थानीय कारीगरों और निर्माताओं को भी नई पहचान प्रदान करते हैं।