रामलीला मैदान के बगल स्थित हिंदू हॉस्टल प्रांगण में आयोजित होने जा रहे 1108 कुंडीय अभूतपूर्व मृत्युंजय पीतांबरा महायज्ञ के यज्ञाधीश रामदास महाराज का स्वागत एवं सम्मान पुरानी दीवानी रोड स्थित डा. जे. के. तिवारी के आवास पर किया गया। नगर के धर्मार्थ सेवा से जुड़े प्रबुद्ध जनों ने यज्ञ को सफल बनाने हेतु तन, मन और धन से सहयोग करने का संकल्प लिया।
स्वागत समारोह में चौधरी शंकर दयाल दीक्षित स्मारक संस्थान के अध्यक्ष एवं हिंदी के साहित्य महामहोपाध्याय डॉ. विद्याकांत तिवारी, शंकर धर्मार्थ नेत्र चिकित्सालय के निदेशक राजेंद्र कुमार दीक्षित, योगाचार्य विनोद त्रिपाठी, भारत विकास परिषद धर्मार्थ सेवा शाखा इटावा के अध्यक्ष हरिदत्त दीक्षित, सचिव महेश कुमार बाथम, कोषाध्यक्ष सीबी मिश्रा, परिषद के प्रकल्प प्रभारी केके त्रिपाठी, राष्ट्रीय कवि रोहित चौधरी, नीमा के अध्यक्ष आयुर्वेदाचार्य डा. जेके तिवारी, ममता तिवारी, इंदिरा तिवारी, समाजसेवी महेश कुमार मिश्रा, डा. राजेश कुमार तिवारी और शशिकांत शर्मा उपस्थित रहे। सभी ने रामदास महाराज का तिलक, चंदन लगाकर और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया।
यज्ञाधीश रामदास महाराज ने अपने साथ आए कर्मकांडी आचार्यों के स्वस्तिवाचन के बीच उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों को मंत्रोच्चारित अक्षत और नारियल देकर इस यज्ञ का संरक्षक घोषित किया और मंगलकामना का आशीर्वाद दिया।
नीमा के अध्यक्ष आयुर्वेदाचार्य डा. जेके तिवारी ने इस अवसर पर बताया कि उन्हें अपने पूज्य पिताजी ब्रज किशोर तिवारी के साथ 1970 के दशक में बहराइच में शिक्षा प्राप्त करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि बहराइच जनपद के एक शुद्ध सनातनी विप्र कुल में जन्मे पूज्य संत रामदास महाराज का इटावा आगमन उनके जीवन और कुटिया के लिए पवित्र अनुभव है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मार्थ सेवियों और जनपद के धर्मप्रेमी जन इस महायज्ञ में यथा सामर्थ्य भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित करें।
इस अवसर पर सत्तानबे वर्षीय वयोवृद्ध पं. ब्रज किशोर तिवारी, सभासद पूनम पांडे, सुधीर मिश्र, हर्ष तिवारी, और अनिकेत श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।

