चकरनगर:- इटावा के चकरनगर तहसील क्षेत्र के कई गांवों में भीषण बाढ़ के हालात बन गए हैं। इसी सूचना पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने पहुंचे।
अधिकारियों के वाहन पानी की वजह से बाढ़ग्रस्त इलाकों में नहीं पहुंच पाए, तो डीएम, एसएसपी, एडीएम ट्रैक्टर पर सवार होकर निरीक्षण करने पहुंचे। चकरनगर का बीहड़ क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है। स्टीमर और नाव की मदद से अधिकारियों ने प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया और सभी बाढ़ग्रस्त लोगों को हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।
बाढ़ के कारण इटावा-जालौन मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चकरनगर क्षेत्र के 17 गांव पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि 17 पुरवा आबादी बाढ़ की चपेट में है और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रभावित इलाकों में 27 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जहां अब तक 33 लोगों को राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया गया है।
संपर्क टूटने से बढ़ी परेशानी
बाढ़ पीड़ित ग्रामीण विश्वनाथ ने बताया, “गांव के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं। आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही है। प्रशासन सिर्फ दावे करता है, जमीनी हकीकत में कुछ नहीं, समस्या हम लोग झेल रहे हैं।” ग्रामीण युवती खुशबू ने चिंता जाहिर करते हुए बताया, “बाढ़ का पानी सड़कों पर भर गया है, जिससे मगरमच्छों के आने का खतरा है। बच्चे-बुजुर्ग डर के साए में हैं।”
डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने कहा, “हमारे सभी अधिकारी गांव-गांव जाकर निरीक्षण कर रहे हैं। नावों की व्यवस्था की गई है और राहत सामग्री भी लगातार पहुंचाई जा रही है। अब पानी सात सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है, जिससे जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे। सभी प्रभावित लोगों को राहत सामग्री, मेडिकल टीम और स्वच्छ पानी पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।”