ताखा। तहसील क्षेत्र के गांव सौंधना में मत्स्य पालन के लिए तैयार किए गए तालाबों पर अब खेती की जा रही है, जिससे मत्स्य पालन का अस्तित्व संकट में पड़ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि तालाबों पर खेती करने से तालाब की जमीन का लगभग पांच हेक्टेयर हिस्सा प्रभावित हो चुका है और अब इन तालाबों का उपयोग पहले की तरह मत्स्य पालन के लिए नहीं हो पा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि तालाबों की जमीन पर अब खेती की जा रही है, जिससे तालाबों का जलस्तर घट रहा है और मत्स्य पालन की प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। इससे न केवल गांव के मत्स्य पालकों को नुकसान हो रहा है, बल्कि गांव के पारिस्थितिकी तंत्र पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इस मामले पर तहसीलदार ताखा, मोहम्मद असलम ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मामले की जांच करेंगे और जानकारी प्राप्त कर मत्स्य विभाग को इस बारे में अवगत कराएंगे।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए और तालाबों पर हो रही खेती को रोका जाए, ताकि मत्स्य पालन के लिए निर्धारित तालाबों का सही उपयोग किया जा सके। साथ ही, उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर संबंधित विभागों से समन्वय कर समाधान निकालेगा।