उसराहार। जनपद इटावा के उसराहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गपचिया में दिनांक 15 नवंबर की रात्रि को हुई सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा। सिक्योरिटी गार्ड मनोज जाटव की हत्या करने के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी और उसके गोद लिए हुए बेटे को किया गिरफ्तार ।
पुलिस जानकारी के हिसाब से मृतक मनोज जाटव की पत्नी का उसके गोद लिए बेटे से अवैध संबंध था,यह बात सिक्योरिटी गार्ड को पता चल गई थी। और दोनों पति-पत्नी के बीच इस बात को लेकर काफी झगड़ा भी होता था जिसके बाद पत्नी ने गांव के ही एक एक सुपारी किलर के साथ मिलकर पति को मारने का प्लान बनाया और ढाई लाख में कर दिया पति की मौत का सौदा इसके बाद स्वयं व गोद लिए प्रेमी के साथ मिलकर कर डाली पति की हत्या। पति की हत्या करने के बाद पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए लूट की झूठी कहानी सुना दी।
मृतक सिक्योरिटी गार्ड मनोज जाटव का खून से सना शव उसी के घर में मिला था। इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा द्वारा उपरोक्त घटना के संबंध में विस्तृत जांच कराई गई जिसके आधार पर उसराहार पुलिस द्वारा मृतक सिक्योरिटी गार्ड मनोज जाटव की पत्नी एवं गोद लिए गए बेटे यानी पत्नी के आशिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जब पुलिस द्वारा पत्नी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो पूरा सच सामने आ गया। पत्नी ने अपने पति की हत्या करने का जुर्म स्वयं कबूल कर लिया जिसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला और उसके गोद लिए हुए बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है अभी इस पूरी घटना में जिस व्यक्ति को पति की हत्या करने के लिए सुपारी दी गई थी वह सुपारी किलर फरार है पुलिस द्वारा उसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल होने वाला हंसिया और लकड़ी की पटखुनी बरामद कर ली है। इस पूरी घटनाक्रम को लेकर इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने बताया कि सोते समय हंसिया से सिक्योरिटी गार्ड को मार डाला गया था 15 नवंबर की रात सिक्योरिटी गार्ड मनोज कुमार जाटव की उसके ही घर में सोते समय धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद पत्नी अंजली जाटव की ओर से पुलिस में ऐसी शिकायत की गई कि बदमाशों ने उसके घर पर धावा बोलकर उसके पति की हत्या कर दी एवं दो मोबाइल और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर लेकर फरार हो गए। पत्नी ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए कहानी रची कि बदमाशों ने उसे कम्बल और साड़ी से बांध दिया था। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड की हत्या के मामले की जांच शुरू की तो पुलिस के सामने तस्वीर साफ हुई। पुलिस को गुमराह करने के लिए पहले पत्नी की ओर से धारा 333/351(3)/103 (1) बीएनएस दर्ज कराया गया।
इटावा एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा हत्या की इस घटना का खुलासा करने को लेकर एसओजी, सर्विलान्स टीम एवं थाना ऊसराहार से पुलिस टीमों का गठन किया गया था। इसके बाद जांच रिपोर्ट आने के पश्चात एसएसपी ने बताया, पुलिस टीमों ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की। शक होने पर मनोज कुमार की पत्नी से जब शक्ति से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसी के साथ-साथ मृतक की पत्नी ने बताया कि उसके गोद लिए गए पुत्र राहुल से अवैध संबंध थे। यह बात उसके पति को पता चल गयी थी। जिसके चलते मेरे पति मनोज राहुल की हत्या करवाना चाहते थे, जिसके चलते मेरे पति के द्वारा प्लानिंग के तहत युवक को 5 महीने पहले गोद लिया गया था । लेकिन पत्नी को पति के साजिश का पता चल गया। जिस कारण उसने गोद लिए गए अपने आशिक पुत्र राहुल के साथ मिलकर अपने गांव के ही विकास कुमार जाटव को ढाई लाख रुपए मे पति को मारने की सुपारी दे डाली। जिसमें 27 हजार रुपए पत्नी द्वारा सुपारी किलर को एडवांस के रूप में भी दे दिए गए इसके बाद दिनांक 15 नवंबर दिन शुक्रवार देर रात को हम सभी ने साथ मिलकर पति की हत्या कर दी इसी के साथ-साथ मैं पुलिस को गुमराह करने के लिए मेरे गांव के ही व्यक्तियों जिनसे मेरा जमीनी विवाद चल रहा था उन सभी का नाम मैंने अपने पति की हत्या के केस में लिखवा दिया और लूट का आरोप लगा दिया।
इसी के साथ पुलिस द्वारा मृतक की पत्नी अंजली और राहुल पाल की निशारदेही के आधार पर आलाकत्ल एक लकड़ी का बैट और हंसिया बरामद किया गया। पूछताछ के आधार पर विकास कुमार जाटव पुत्र रामदास निवासी ग्राम गपचिया का नाम प्रकाश में आया। उस पर पहले से ही थाना ऊसराहार में मुकदर्मा दर्ज है। पुलिस की टीम उसकी तलाश कर रही है। उसराहार थाना पुलिस द्वारा हत्या की घटना कार्य करने वाली पत्नी सहित गोद लिए गए आशिक पुत्र को हत्या की धारा में निरुद्ध करते हुए जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।