इटावा सफारी पार्क में वास कर रहे बब्बर शेर कान्हा और रूपा से 3 सितंबर 2023 को जन्मे शावक अज्जू का द्वितीय जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जन्म के समय शेरनी रूपा द्वारा दूध न पिलाए जाने पर इस शावक की परवरिश सफारी पार्क के वन्यजीव चिकित्सक एवं समर्पित कीपर अजय सिंह द्वारा की गई थी। यही कारण है कि शावक को प्यार से अज्जू नाम दिया गया।
शावक को जन्म के तुरंत बाद नियोनेटल केयर हाउस में शिफ्ट कर दूध पिलाकर उसका पालन-पोषण किया गया। शुरुआती छह महीनों तक इसकी वृद्धि काफी धीमी रही और यह बेहद कमजोर था, किंतु निरंतर देखभाल के चलते यह पूर्णतया स्वस्थ हो गया। जून 2024 में इसे शेरनी नीरजा एवं उसके शावकों आषी और जया के पास वाले बाड़े में शिफ्ट किया गया, जहां अब यह अच्छे से अपना जीवन यापन कर रहा है।
वन्यजीव चिकित्सकों और सफारी प्रबंधन के सतत प्रयास से आज यह शावक लगभग 125 किलोग्राम वजन का हो चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, शेर शावकों की हैंड रियरिंग (मानव देखभाल में पालन-पोषण) का यह सफारी पार्क का पहला सफल प्रयास है, जो वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
इस अवसर पर सफारी पार्क के निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि शावक को माँ का दूध न मिल पाने के बावजूद कीपर अजय सिंह एवं चिकित्सकों की मेहनत और समर्पण से इसे स्वस्थ एवं मजबूत बनाया गया है। यह प्रयास इटावा सफारी पार्क के लिए गौरव की बात है।