ग्राम पंचायत देसरमऊ में मनरेगा कार्यों में बड़े घोटाले का आरोप लगा है। गांव के देवेंद्र कुमार ने शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अजय कुमार गौतम को पत्र सौंपकर अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की। शिकायत में बताया गया है कि मनरेगा योजना के तहत कई ऐसे जॉब कार्ड बनाए गए हैं, जिनके धारक काफी समय पहले ही मृत्यु हो चुकी है।
शिकायत पत्र में यह भी दावा किया गया है कि ग्राम प्रधान के पढ़े-लिखे भाई और पिता का नाम भी मजदूरों की सूची में दर्ज कर उन्हें लाभ दिया जा रहा है। इससे गांव के वास्तविक मजदूरों को रोजगार से वंचित किया जा रहा है और सरकारी योजना का दुरुपयोग हो रहा है।
इसके अलावा, गांव में मनरेगा के तहत चकरोड (कच्ची सड़क) निर्माण का कार्य ट्रैक्टर से कराया गया, जबकि दस्तावेजों में इसे मजदूरों से करवाया गया दर्शाया गया है। इस फर्जीवाड़े से मनरेगा के तहत मिलने वाले मजदूरी भुगतान में बड़ा घोटाला होने की आशंका जताई जा रही है। शिकायतकर्ता देवेंद्र कुमार ने प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि सही तरीके से जांच हो, तो ग्राम पंचायत में हो रही वित्तीय अनियमितताओं का बड़ा खुलासा हो सकता है।
इस मामले में सीडीओ अजय कुमार गौतम ने जांच कराने का आश्वासन दिया है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो ग्राम प्रधान और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।