रविवार को आयोजित जन आरोग्य मेले में मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में डॉक्टरों की अनुपस्थिति ने दूरदराज से आए ग्रामीणों को मायूस कर दिया।
पीएचसी समथर में तो डॉक्टरों का कोई अता-पता नहीं था। यहां फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार, सीनियर लैब असिस्टेंट आयुश कुमार और वार्ड बॉय अनुराग कुमार ने 17 मरीजों का इलाज किया। इसी तरह पीएचसी खरगपुर सरैया में फार्मासिस्ट विनोद कुमार और वार्ड बॉय रतनेश कुमार ने 20 मरीजों को देखकर दवाएं दीं।
पीएचसी ताखा पर डॉ. अमित जिंदल और फार्मासिस्ट अभिलाख सिंह ने 12 मरीजों का इलाज किया, जबकि पीएचसी ऊसराहार में डॉ. आरपी कुशवाहा और वार्ड बॉय जितेंद्र कुमार ने 13 मरीजों को देखा और उन्हें दवाएं दीं। वहीं, सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह रही कि सीएचसी सरसई नावर में एक भी डॉक्टर उपस्थित नहीं था। यहां फार्मासिस्ट धर्मवीर सिंह चौहान ने करीब 10 मरीजों को देखा और दवाएं दीं।