चकरनगर। डॉ. भीमराव आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में सोमवार को तहसील पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। प्रियंका बौद्ध के नेतृत्व में युवा नारी शक्ति और भिक्षु संघ के सदस्यों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी ब्रह्मानंद कठेरिया को सौंपते हुए गृहमंत्री की बर्खास्तगी की मांग की।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। इससे देशभर के दलितों, पिछड़ों और संविधान में आस्था रखने वाले नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि गृहमंत्री अमित शाह को सार्वजनिक मंच से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें तत्काल उनके पद से हटाया जाना चाहिए।
प्रियंका बौद्ध ने कहा, “डॉ. आंबेडकर केवल दलितों के नहीं, बल्कि पूरे देश के आदर्श हैं। उनकी गरिमा पर कोई भी टिप्पणी न केवल संविधान का, बल्कि लोकतंत्र का भी अपमान है।” उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गृहमंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन सौंपने के दौरान अपनी नाराजगी जाहिर की और संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की अपील की। ज्ञापन सौंपने के बाद युवा नारी शक्ति और भिक्षु संघ के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।