ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए अब करियर बनाना आसान होगा। अधिकारी बनने की तैयारी के लिए उन्हें शहरों में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन पुस्तकालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जरूरी किताबें और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
यह पहल न केवल ज्ञानवर्धन करेगी बल्कि ग्रामीण छात्रों को शहरों के बराबर तैयारी का मौका भी देगी। ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित किए जा रहे इन पुस्तकालयों में करियर संबंधी किताबें, सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सामग्री उपलब्ध होगी।
रजपुरा तोताराम ग्राम पंचायत में पहला पुस्तकालय बनकर तैयार हो चुका है। यहां ग्रामीण छात्रों को अब महंगी किताबों के लिए शहर तक नहीं जाना पड़ेगा। यह पुस्तकालय युवाओं को उनके सपनों को साकार करने में मदद करेगा और सिविल सेवा समेत अन्य क्षेत्रों में करियर बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
इस नई व्यवस्था से ग्रामीण युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए चल रहे सरकारी अभियानों को भी बल मिलेगा। मिनी सचिवालय में स्थापित इन पुस्तकालयों के जरिए छात्र गांव में ही प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकेंगे। सरकार की यह पहल ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने और उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल छात्रों को शिक्षा के साधन मिलेंगे बल्कि गांवों के विकास को भी नई गति मिलेगी।