भरथना (रिपोर्ट- तनुज श्रीवास्तव, 9720063658)- भारत सरकार की जनहितकारी महत्वाकांक्षी योजना खुले में शौंचमुक्त भारत के तहत ‘‘ओडीएफ डबल प्लस‘‘ समेत स्वच्छता के क्षेत्र में समय-समय पर केन्द्र/प्रदेश सरकार के दर्जनों सम्मानों से सम्मानित हो चुकी नगर पालिका परिषद भरथना की जनता बीते तीन दिनों से दुर्गन्धयुक्त कूडे व बदबूदार बिजबिजाती नालियों के बीच जीने को मजबूर बनी हुई है। नगर के प्रमुख बाजारों समेत गलियों में एकत्रित कूडा आम जनमानस के लिए संकट का विषय बना हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों से हुई वार्ता में कोई प्रभावी सकारात्मक परिणाम न आने के कारण सभी सफाई कर्मचारी चौथे दिन गुरूवार को भी हडताल पर रहेगें।
वेतन, फण्ड, एरियर आदि देयकों का काफी समय से लम्बित भुगतान न होने से क्षुब्ध डेढ सैकडा से अधिक नगर पालिका परिषद भरथना के संविदा, ठेका व स्थायी सफाई कर्मचारी काम बन्द कर अनिश्चितकालीन हडताल पर चल रहे हैं। जिसके चलते बुधवार को उपजिलाधिकारी कुमार सत्यम जीत ने हडताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों से वार्ता की, किन्तु वार्ता में अधिकारी व सफाई कर्मचारी के बीच कोई प्रभावी सकारात्मक परिणाम न आने के कारण सफाई कर्मचारी असन्तुष्ट बने हुए हैं। स्थानीय नगर पालिका परिषद में ठेका, संविदा, स्थायी रूप से सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत रमेश चन्द्र, मुरारी लाल, सुशील कुमार, ऋषि कपूर, शिवकुमार, अजय कुमार, नीलम, सुशीला, ममता, गुड्डी, शोभा देवी, रेखा देवी, कुसमा, संगीता, विनीता, सुनीता, गीता, सुनील कुमार, सालिगराम, नीलू, सुरेन्द्र, विनोद कुमार आदि ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों से हुई वार्ता में उनके द्वारा कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने बचाव के चलते मात्र एक माह का वेतन मंगलवार को उनके खातों में डाल दिया है। जबकि कई सालों से फण्ड की धनराशि जमा नहीं करायी गई, सातवें वेतन का एरियर भुगतान नहीं किया गया, मंँहगाई भत्तों की किस्तों का एरियर नहीं दिया गया, आठ साल से वर्दी नहीं दी गई, 11 सालों से बोनस भी नहीं दिया गया, चार माह से ठेका सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया। पीडित सफाई कर्मचारियों ने बताया कि अधिकारियों से हुई वार्ता में कोई सकारात्मक परिणाम न आने के कारण गुरूवार को भी चौथे दिन उनकी हडताल जारी रहेगी।