माननीय कुलपति महोदय ने पीरियोडॉन्टोलॉजी विभाग के सम्मानित संकाय सदस्यों के साथ मिलकर दो महत्वपूर्ण शैक्षणिक प्रकाशनों का विधिवत विमोचन किया। यह अवसर विभाग के लिए शैक्षणिक उपलब्धियों, शोध नवाचार और वैश्विक पहुँच की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा गया।

विमोचित पहली पुस्तक “पीरियोडॉन्टिक्स में CBCT की भूमिका (Role of CBCT in Periodontics)” है, जिसमें पीरियोडॉन्टिक्स में कोन-बीम कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CBCT) के नैदानिक महत्व को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक में पीरियोडॉन्टल दोषों के सटीक त्रि-आयामी (3D) मूल्यांकन, फरकेशन इन्वॉल्वमेंट तथा साक्ष्य-आधारित उपचार के लिए इम्प्लांट प्लानिंग पर विशेष जोर दिया गया है। यह पुस्तक वर्तमान में अमेज़न, ईबे सहित 7 वाणिज्यिक वैश्विक प्लेटफॉर्म्स पर बिक्री के लिए उपलब्ध है तथा इसका अनुवाद 7 भाषाओं में किया गया है। पुस्तक के लेखक डॉ. राहुल मौर्य, डॉ. राजेश कुमार ठाकुर एवं डॉ. प्रेरणा कटारिया हैं।

दूसरी पुस्तक “पीरियोडॉन्टल स्वास्थ्य एवं रोगों में विषाणुओं की भूमिका (Role of Viruses in Periodontal Health and Diseases)” है, जिसमें पीरियोडॉन्टल रोगों की प्रगति में वायरल संक्रमणों की भूमिका का गहन अध्ययन किया गया है। इसमें विशेष रूप से हर्पीसवायरस, एचआईवी तथा मेज़बान की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और पीरियोडॉन्टल रोगजनकों के साथ उनकी पारस्परिक क्रिया पर प्रकाश डाला गया है। इस पुस्तक के लेखक डॉ. दीवाकर के., डॉ. बिपिन कुमार यादव, डॉ. राजेश कुमार ठाकुर एवं डॉ. प्रेरणा कटारिया हैं।

माननीय कुलपति महोदय ने इस अवसर पर संकाय सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के शोध-आधारित प्रकाशन न केवल संस्थान की प्रतिष्ठा को बढ़ाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध होते हैं। यह विमोचन समारोह पीरियोडॉन्टोलॉजी के क्षेत्र में शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुसंधान नवाचार का प्रतीक बनकर उभरा।

