इटावा सफारी पार्क में आयोजित एक विशेष ‘अनुभूति कार्यक्रम’ ने आज वृद्धजनों के चेहरों पर मुस्कान और मन में नई ऊर्जा भर दी। यह कार्यक्रम सफारी निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया, जिसमें सरोज वृद्धाश्रम, इटावा (शालिनी मेमोरियल संस्थान, लखनऊ द्वारा संचालित) के 40 वृद्धजनों ने भाग लिया — जिनमें 16 महिलाएं और 24 पुरुष शामिल थे।

गौरतलब है कि ‘अनुभूति कार्यक्रम’ की शुरुआत 29 जुलाई 2024 को की गई थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण पृष्ठभूमि के परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को सफारी पार्क का निःशुल्क भ्रमण कराकर उन्हें वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता के प्रति प्रेरित करना है।

आज के विशेष सत्र में इन बुजुर्ग प्रतिभागियों को सफारी भ्रमण का अवसर मिला। भ्रमण के उपरांत सभी प्रतिभागियों ने मनन सभागार में जलपान के साथ अपने अनुभव साझा किए। सफारी के उप निदेशक डॉ. विनय कुमार सिंह ने वृद्धजनों से संवाद कर उनके अनुभव सुने। सभी ने एक स्वर में कहा —
“सफारी भ्रमण हमारे लिए एक सुनहरे सपने जैसा अनुभव रहा। पहली बार इतने निकट से वन्यजीवों को देखकर जीवन में नई खुशी मिली।” वृद्धजनों ने इस अनूठे अवसर के लिए सफारी प्रबंधन और सरोज वृद्धाश्रम के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव, बायोलॉजिस्ट बी.एन. सिंह, शिक्षा अधिकारी कार्तिक द्विवेदी, तथा सरोज वृद्धाश्रम के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. आशीष त्रिपाठी सहित उनका पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
यह आयोजन न केवल सकारात्मक सामाजिक पहल का उदाहरण बना, बल्कि यह भी साबित किया कि प्रकृति से जुड़ाव हर आयु वर्ग के लिए आनंद और आत्मिक शांति का माध्यम है।

