लखना/बकेवर:- इटावा जिले के लखना नगर में स्थित कालिका मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द और हिन्दू-मुस्लिम एकता का एक अनूठा प्रतीक है। इस मंदिर परिसर के पास ही सैय्यद बाबा की मजार भी है, जहां दोनों समुदायों के लोग एक साथ पूजा-अर्चना करते हैं। यह स्थल दशकों से एकता का संदेश दे रहा है। यहां आने वाले श्रद्धालु बिना किसी भेदभाव के मंदिर और मजार दोनों जगह अपनी आस्था व्यक्त करते हैं।
यह परंपरा स्थानीय लोगों के बीच भाईचारे और सद्भाव को मजबूत करती है। कालिका मंदिर और सैय्यद बाबा की मजार की यह सह-अस्तित्व की कहानी दर्शाती है कि कैसे आस्था के केंद्र विभिन्न समुदायों को जोड़ने का काम कर सकते हैं। यह स्थान क्षेत्र में शांति और आपसी सम्मान का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करता है।

