ग्राम पंचायत मोहरी में करीब ढाई लाख रुपये के गबन के मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है। ग्राम प्रधान रामशंकर मित्रा के वित्तीय अधिकार निलंबित कर दिए गए हैं। साथ ही, गांव में विकास कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए बीडीओ को एडीओ पंचायत के सहयोग से जल्द ही तीन सदस्यीय जांच टीम गठित करने का आदेश दिया गया है।
यह कार्रवाई जिलाधिकारी (DM) के निर्देश पर की गई। दरअसल, ब्लॉक ताखा के पूर्व प्रधान शैलेंद्र कुमार अवस्थी ने वर्तमान ग्राम प्रधान पर निर्माण कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधान ने कई विकास कार्यों का भुगतान करा लिया, लेकिन वास्तविक रूप से गांव में ये कार्य किए ही नहीं गए।डीएम के निर्देश पर की गई जांच में इस गबन की पुष्टि हुई। जांच रिपोर्ट में ग्राम पंचायत में किए गए भुगतान और वास्तविक कार्यों में भारी अंतर पाया गया। इस पर प्रशासन ने प्रधान के वित्तीय अधिकार निलंबित करने का फैसला लिया।
इस मामले में एडीओ पंचायत ने छह नवंबर 2024 को प्रधान और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उनसे इस अनियमितता पर जवाब मांगा गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो आगे की कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।गांव में हो रहे विकास कार्यों पर सवाल उठने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी प्रधान के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं और गांव के विकास कार्यों को पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए।