निवाड़ीकला कई वर्षों बाद पुष्य नक्षत्र के विशिष्ट योग में मकर संक्रांति का पर्व आज मनाया जाएगा। इस विशेष संयोग के प्रभाव से जीवन में संकटों में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। सोमवार को मकर संक्रांति के मौके पर बाजार में तिल और गुड़ की सोंधी महक से वातावरण गुलजार हो गया। दुकानों में तिल-गुड़ से बनी मिठाइयाँ और अन्य पारंपरिक वस्तुएं सजी हुई हैं, जिससे बाजार में खुशी का माहौल है।
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद कुमार और प्राचीन शिवमंदिर के आचार्य पं. भुवनेश मिश्रा के अनुसार, माघ कृष्ण प्रतिपदा मंगलवार को दिन में 2:55 बजे मकर संक्रांति शुरू होगी। इस दिन का पुण्य काल सूर्योदय से लेकर 15 जनवरी के सुबह 9 बजे तक रहेगा। पंडित विनोद कुमार और पं. भुवनेश मिश्रा ने बताया कि इस दौरान पूजा-पाठ और दान देने से लोगों को विशेष लाभ मिल सकता है।
मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों से आग्रह किया गया है कि वे इस दिन खास तौर पर तिल, गुड़ और खिचड़ी का दान करें और सूर्योदय के समय स्नान करने के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें। यह दिन शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
स्थानीय निवाड़ीकला में इस पर्व को लेकर उत्साह और उमंग का माहौल है, और लोग एक-दूसरे को तिल-गुड़ खिलाकर इस त्योहार को धूमधाम से मना रहे हैं।