चकरनगर। बीते कुछ दिनों से क्षेत्र और गांव में लगातार चोरी की घटनाएं घट रही थीं, जिन्हें लोग गंभीरता से नहीं ले रहे थे। लेकिन 12 दिसंबर 2024 को अभिलाख सविता के घर हुई चोरी ने सभी को जागरूक कर दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने चांद मियां नामक 16 वर्षीय लड़के को पकड़ा और थाना अध्यक्ष चकरनगर को सूचना दी।
पुलिस के आने से पहले चांद मियां मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। दरोगा घनश्याम घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से मुलजिम के बारे में पूछताछ करने लगे। ग्रामीणों ने बताया कि लड़का भाग चुका है, लेकिन दरोगा घनश्याम और उनके साथ आए अन्य दरोगा ने पीड़ितों को सांत्वना देने के बजाय हिटलर शाही दिखाते हुए बुरी तरह हटाया।
पीड़ित ने थाने पहुंचकर दरोगा घनश्याम को शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। ग्रामीणों ने पीड़ित को आश्वासन दिया कि यदि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, तो वे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के पास जाएंगे। पीड़ित ने हिम्मत बांधकर थाने में शिकायत दर्ज कराई। 12 तारीख को हुई घटना के बावजूद पुलिस ने सही तरीके से कार्रवाई नहीं की और मीडिया के सवालों पर यह कहा कि पीड़ित की तरफ से कोई एप्लीकेशन नहीं दी गई है।
भयभीत ग्रामीण रात-दिन अपने घरों की रखवाली करने लगे। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को सांत्वना दी कि वे पूरी कोशिश कर रहे हैं। एक दलाल के चलते ग्रामीणों ने पुलिस पर भरोसा खो दिया था, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने थाना प्रभारी का आभार जताया।
आज पुलिस ने चांद मियां उर्फ़ चांद बाबू को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। इस खबर से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने एक-दूसरे को बधाई दी। यह भी सामने आया है कि चांद मियां के परिजनों ने पहले पुलिस को रोकने के लिए रुपये देने की कोशिश की थी, जिसकी सच्चाई की जांच होनी चाहिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा और थाना प्रभारी चकरनगर को दलाल की गतिविधियों की जांच करनी चाहिए। गांव में झगड़ा करना और दलाली का काम करना उसकी दिनचर्या बन गई है। समय रहते अगर पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया, तो यह दलाल बड़ी घटनाओं को अंजाम दे सकता है, जो पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है।