बसरेहर। बरेली-ग्वालियर हाईवे पर कस्था स्थित पीली कोठी के पास गुरुवार को गारमेंट्स और मेडिकल स्टोर में भीषण आग लग गई। तीन मंजिला मकान में फंसे रतन पोरवाल, उनकी पत्नी सुधा पोरवाल और 13 वर्षीय बेटी वैष्णवी को पड़ोसियों ने पड़ोसी मकान से सीढ़ी लगाकर बाहर निकाला। हालांकि, तीनों झुलस गए।
आग की शुरुआत गारमेंट्स स्टोर से हुई, जो शिवम यादव द्वारा किराए पर ली गई थी। बेसमेंट में मेडिकल गोदाम और भूतल पर दुकान भी आग की चपेट में आ गए। जब घर में धुआं भरने लगा, तो रतन पोरवाल नीचे जाकर स्थिति देखने लगे। मुख्य द्वार का शटर खोलने के दौरान तेज लपटों से वे झुलस गए। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए पड़ोस के मकान से सीढ़ी लगाकर परिवार को बाहर निकाला।
सूचना के बाद भी फायर ब्रिगेड समय पर नहीं पहुंच सकी। इटावा से आ रही दमकल की गाड़ी पुल पर लगे जाम में फंस गई, जबकि सैफई से आई दमकल टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। आग से करीब 30 लाख रुपये के सामान के नष्ट होने का अनुमान है। गारमेंट्स स्टोर, मेडिकल गोदाम और अन्य संपत्ति पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
बसरेहर थाना प्रभारी समित गौतम ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। झुलसे परिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घटना ने फायर ब्रिगेड की त्वरित सेवाओं और यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं