अध्यात्म की रोशनी दिखाकर नशे का अंधेरा युवाओं के जीवन से हटाकर पातीराम पाल जूना भैया बन गये हैं, अब तक दो लाख पंद्रह हजार लोगों को ॐ नमः शिवाय मंत्र की बीमा पालसी से जोडकर माता पिता की सेवा और नशा से छुटकारा दिला चुके जूना भैया मिसाल बन गये हैं उनकी संस्था से जुड़कर हरियाणा राजस्थान दिल्ली मध्य प्रदेश के युवा नशा छोड़कर सामान्य जीवन जीना शुरू कर चुके हैं। जूना भैया की यह वीमा करते समय व्यकित को वह एक रूपए का सिक्का पोलसी के रूप में देते हैं और प्रीमियम के रूप मे व्यकित को ओम नमः शिवाय का जाप करना पडता है ।
ताखा तहसील क्षेत्र के गांव बहादुर पुर निवासी पातीराम पाल वर्ष 2008 से से ॐ नमः शिवाय नाम से बीमा की एक अनोखी पॉलिसी चला रहे हैं यह एक ऐसी बीमा संस्था है जंहा किस्त के रूप में व्यकित को प्रतिदिन कम से कम 11 बार ॐ नमः शिवाय का जप करना है और गारंटी के नाम पर माता पिता की सेवा करने का प्रण लेना होता है लोगों को जोड़ने से पूर्व वह किसी भी तरीके के नशा से दूर रहने की शपथ दिलाते हैं और माता पिता की सेवा का संकल्प पत्र भरवाते है जब व्यक्ति इसके लिए तैयार हो जाता है तब उसे ॐ नमः शिवाय मंत्र जाप करने का वचन भरवाते है इस दौरान वह ॐ नमः शिवाय जाप की संख्या व व्यक्ति द्वारा दिए गये वचन को डायरी में नोट कराकर हस्ताक्षर भी करवाते हैं जिससे जो भी व्यक्ति संस्था का सदस्य बनता है उसे अपना संकल्प प्रतिदिवस याद वना रहता है।
कृषि कंपनी में निजी क्षेत्र में नौकरी करने वाले पातीराम पाल अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय हो गये अध्यात्म के जूने से नशे की बुराई छुड़वाने के कारण लोगों ने उनका नाम जूना भैया रख दिया इस बारे में पातीराम पाल बताते हैं कि वह संस्था से जोड़े गये व्यक्ति से कुछ भी नहीं मांगते हैं वल्कि एक रूपए का एक सिक्का संकल्प लेने वाले व्यक्ति को देते हैं जिसे वह हजारी सिक्का बोलते हैं अब तक वह दो लाख चार हजार नौ सौ सत्तर लोगों को अपनी संस्था से जोड़ चुके हैं और लोगो को एक एक सिक्के के रूप में इतने ही रूपए वांट चुके हैं ।
आज कई जनपदो मे जूना भैया हजारो परिवारो को इस आध्यात्मिक वीमा पालिसी से जोडकर उनके घर उजडने से बचा चुके हैं और तमाम बुजुर्ग अपने बेटों को सही मायने मे बुढापे की लाठी भी समझने लगे हैं जूना भैया गरीब कन्याओं की शादी में भी लोगो को मदद करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं जूना भैया के पास अब तमाम डायरी एकत्रित हो गई है जिनमे सभी पालसी धारकों की पूरी जानकारी रहती है समय समय पर वह पालसी धारक को फोन कर बचन याद दिलाकर माता पिता की सेवा के लिए प्रेरित भी करते रहते हैं जिस तरह वीमा पालसी की प्रीमियम रकम के अनुसार कम ज्यादा होती है उसी तरह जूना भैया की ओम नमः शिवाय की इस पालसी मे कम से कम 11 और अधिकतम 251 बार प्रीमियम के रूप में ओम नमः शिवाय का जाप करना होता है