कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, इटावा के तत्वावधान में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त हुई। लोक अदालत में कुल 1,08,394 मामलों का निस्तारण किया गया, जो अब तक का एक नया रिकॉर्ड है। इस उपलब्धि के साथ पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का रिकॉर्ड भी टूट गया।
उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन में तथा माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इटावा रजत सिंह जैन के कुशल नेतृत्व में यह आयोजन सम्पन्न हुआ। आयोजन में अपर जिला जज प्रथम अखिलेश कुमार, विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट), नोडल अधिकारी लोक अदालत संजय कुमार चतुर्वेदी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रूपेन्द्र सिंह टोंगर सहित जनपद के समस्त न्यायिक अधिकारियों एवं प्रशासनिक विभागों का सराहनीय सहयोग रहा।
राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों द्वारा व्यापक स्तर पर वादों का निस्तारण किया गया। जनपद न्यायाधीश द्वारा 2, अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम द्वारा 2, विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी) द्वारा 5, विशेष न्यायाधीश द्वारा 3, न्यायिक मजिस्ट्रेट (एमपी/एमएलए) द्वारा 8 मामलों का निस्तारण किया गया। वहीं सिविल जज (सीनियर डिवीजन) द्वारा 377, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) द्वारा 8, पारिवारिक न्यायालय द्वारा 32 वैवाहिक प्रकरणों का निस्तारण किया गया, जिनमें से 8 जोड़े एक साथ विदा किए गए।
इसके अतिरिक्त विभिन्न न्यायिक अधिकारियों द्वारा कुल 90 वाद, किशोर अधिकारी/उपभोक्ता न्यायालय द्वारा 14 वाद तथा अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत द्वारा 1 वाद का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं अन्य फौजदारी न्यायालयों द्वारा कुल 2401 आपराधिक मामलों का निस्तारण हुआ।
अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रूपेन्द्र सिंह टोंगर ने बताया कि लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न विभागों एवं बैंकों से संबंधित मामलों में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई। प्री-लिटिगेशन के 1,01,475 वादों का निस्तारण किया गया, जिनमें 28,73,39,365 रुपये का सेटलमेंट हुआ। वहीं लिटिगेशन के 6,919 वादों के निस्तारण के दौरान 34,07,65,393 रुपये की धनराशि वसूली गई।
लोक अदालत में दूर-दराज क्षेत्रों से आए लोगों को बैंक ऋण भुगतान सहित विभिन्न मामलों में बड़ी राहत मिली। आयोजन में न्यायिक अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं वादकारियों की बड़ी संख्या में सहभागिता रही। यह राष्ट्रीय लोक अदालत जनपद इटावा के लिए न्यायिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज की गई।

