गांधी जयंती के अवसर पर केकेपीजी इटावा के सेमिनार हॉल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एम.ए. (सोशियोलॉजी) के छात्र शिवम यादव पुत्र गजेंद्र सिंह, निवासी नगला कनकू (मनिगांव) ने गांधी जी के जीवन और उनके आदर्शों पर प्रेरणादायी उद्बोधन दिया। उनके विचारों को उपस्थित छात्र छात्राएं मंत्रमुग्ध ने खूब सराहा।
अपने संबोधन में शिवम यादव ने कहा कि “गांधी जी केवल एक नाम नहीं, बल्कि आस्था और भावना का प्रतीक हैं। उनकी विचारधारा आज भी प्रासंगिक है और समाज में सत्य एवं अहिंसा का मार्ग ही स्थायी समाधान है।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि गांधी जी की शिक्षाओं को जीवन में उतारकर नए भारत के निर्माण की दिशा में योगदान दें।
शिवम यादव ने यह भी कहा कि महात्मा गांधी ने न केवल देश को आजादी दिलाने के लिए सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाया बल्कि उन्होंने हमें यह भी सिखाया कि एकता और अखंडता ही राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति है। गांधी जयंती पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा और ईमानदारी से करते हुए राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें।
इस अवसर पर केकेपीजी इटावा के प्रबंध समिति के अध्यक्ष सतेंद्र कुमार वर्मा जी भी मौजूद रहे। उन्होंने शिवम यादव के विचारों की सराहना करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा कि ऐसे युवा ही समाज और राष्ट्र के भविष्य को दिशा देंगे।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. (डॉ.) शिवराज सिंह यादव, मुख्य अनुशासन अधिकारी, द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि शिवम यादव एक मेधावी और होनहार छात्र हैं तथा केकेपीजी परिवार उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। गांधी जयंती के इस अवसर पर छात्रों को गांधी जी के विचारों को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा मिली।