फार्माकोलॉजी विभाग, एएमसी, यूपीयूएमएस द्वारा 5वें नेशनल फार्माकोविजिलेंस सप्ताह (दिन-6) के अवसर पर दिनांक 22 सितम्बर 2025 को सीएचसी बसरेहर में आशा कार्यकर्ताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान दवाओं के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग की आवश्यकता एवं महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य वक्ता डॉ. आशा पाठक ने आशा कार्यकर्ताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि दवाओं के संभावित साइड इफेक्ट्स की समय पर रिपोर्टिंग से न केवल मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है बल्कि भविष्य की चिकित्सा पद्धतियों को और अधिक सुरक्षित एवं प्रभावी बनाने में भी मदद मिलती है।
इस अवसर पर उपस्थित आशा कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी करते हुए दुष्प्रभाव रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को समझा और इसे अपने कार्यक्षेत्र में लागू करने का संकल्प लिया।