जनपद के वरिष्ठ एवं लोकप्रिय साहित्यकार-कवि स्व. नेम सिंह रमन की द्वितीय पुण्यतिथि पर “पितृपक्ष में तर्पण” नामक भव्य आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उनकी रचनाओं के संकलन “रमन जी की इंद्रधनुषी यादें” का विमोचन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन उ.प्र. साहित्य संस्था इटावा और साहित्यिक संस्था पहल के तत्वावधान में किया गया। इसमें उर्दू अदब के नामचीन शायर उस्ताद साबिर इटावी और हिंदी कविता के जनवादी स्वर अनिल दीक्षित को “रमन साहित्य साधना सम्मान” से अलंकृत किया गया। रमन जी के पूरे परिवार की उपस्थिति में जनपद के साठ से अधिक साहित्यकारों और शिक्षाविदों को भी सम्मानित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि प्रेम बाबू प्रेम ने की, जबकि मंच पर जबलपुर के ओजस्वी कवि सूरज राय सूरज, आगरा के विद्वान कवि डॉ. त्रिमोहन तरल, मैनपुरी के वरिष्ठ कवि डॉ. पदम सिंह पदम और संत विवेकानंद सी.से.प. स्कूल के निदेशक डॉ. आनंद मोहन मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उ.प्र. शिक्षा सेवा चयन आयोग की सदस्य डॉ. सीमा शाक्य शामिल हुईं।
इस अवसर पर रमन के पुत्र एवं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े राजनीतिज्ञ राधे श्याम शाक्य, पुत्रियाँ राधा शाक्य व गीता शाक्य, पौत्र शील रत्न शाक्य, धर्मपत्नी और परिवारजन सहित नगर के गणमान्य नागरिक, शिक्षाविद, साहित्यकार और पत्रकार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
प्रख्यात कवि-शायर डॉ. राजीव राज ने पूरे आयोजन का सफल संचालन किया, जबकि सुप्रसिद्ध कवि सतीश मधुप ने मंच संचालन कर कार्यक्रम को ऊर्जावान बनाया। काव्यपाठ सत्र में प्रेम बाबू प्रेम, आलोक भदौरिया अर्श, हरिओम सिंह विमल, निर्दोष कुमार प्रेमी, अमित राजोरिया, प्रेरणा ज़ुबैरी सहित कई रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से वातावरण को भावपूर्ण बना दिया।