इटावा जिले के चौबिया थाना क्षेत्र निवासी डिलीवरी बॉय सौरभ यादव की हत्या के मामले में वांछित चल रहे बसपा पूर्व जिलाध्यक्ष शीलू दोहरे के भाई रवि दोहरे की सोमवार को गुरुग्राम में मौत हो गई। मंगलवार शाम स्वजन शव लेकर इटावा पहुंचे तो माहौल तनावपूर्ण हो गया।
एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कानून व्यवस्था बिगड़ने और संभावित प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया। देर शाम रवि का अंतिम संस्कार यमुना घाट पर कड़ी सुरक्षा के बीच कराया गया। आईटीआई चौराहा, डीएम चौराहा, कचहरी द्वार और शमशान घाट तक पुलिस बल मुस्तैद रहा।
बसपा नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष शीलू दोहरे ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि उनके भाई पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया और दबाव व पैसों के दम पर हत्या का आरोपी बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों से मिलीभगत कर उनके भाई को फंसाया गया और अब उसकी हत्या भी साजिश के तहत कराई गई है।
25 जनवरी को बसरेहर थाने में ऊनवा संतोषपुर निवासी रामसेवक यादव ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि 17 जनवरी को उनके बेटे सौरभ यादव की हत्या कर उसका शव खड़कौली बंबा में फेंका गया। इस मामले में रवि दोहरे और उसके साथी को नामजद किया गया था। तभी से रवि फरार चल रहा था।
रवि के परिजनों ने मांग की कि उसके भाई की हत्या की साजिश रचने वालों और झूठा मुकदमा दर्ज कराने वालों पर कार्रवाई हो। उन्होंने सैफई सीओ पर विपक्षी दलों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की। सीओ सिटी अभय नारायण राय ने बताया कि परिजनों की शिकायत और मांगों को सुना गया है और आश्वासन देने के बाद शव का अंतिम संस्कार कराया गया।