भरथना विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत सैंफी में विगत माह सम्पन्न हुए कोटा डीलर चुनाव में पराजित प्रत्याशी द्वारा अधिकारियों की सांठगांठ से चुनाव में विघ्न डालने का मामला सामने आया है। इस पर सैकड़ों कार्डधारक मतदाताओं ने भरथना एसडीएम को एक प्रार्थना पत्र सौंपकर मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है।
ग्राम पंचायत सैंफी के ग्राम टिकुरिया स्थित पंचायतघर पर 28 जनवरी को प्रशासन के निर्देश पर विधिविधान से मुनादी के बाद कोटा डीलर का चुनाव हुआ। चुनाव में एडीओ पंचायत बाबू सिंह, पंचायत सचिव अजय यादव, एडीओ एसटी रामवीर सिंह पाल, थाना प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख विनोद दोहरे, प्रधान सरोज देवी, प्रधान प्रतिनिधि अभयराम जाटव समेत भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चुनाव सम्पन्न हुआ।
इस चुनाव में रामपाल को 376 वोट मिले जबकि पराजित प्रत्याशी को 341 वोट प्राप्त हुए। गिनती के बाद रामपाल को 13 वोटों से विजयी घोषित किया गया था। इसके बाद विजयी प्रत्याशी रामपाल सिंह और सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को उपजिलाधिकारी सुशान्त श्रीवास्तव से मुलाकात की और एक प्रार्थना पत्र सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि पराजित प्रत्याशी और कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से चुनाव को धांधली का रूप दिया जा रहा है और विजयी प्रत्याशी को परेशान किया जा रहा है।
विजयी प्रत्याशी और ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सोमवार को पुनः एक जांच कमेटी ग्राम पंचायत के गांव नगला रतन पहुंची थी, लेकिन अधिकारियों ने एकपक्षीय सुनवाई की और जांच के बाद वापस चले गए। इस स्थिति से सैंकड़ों ग्रामीण नाराज हैं। ग्राम पंचायत के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि वे कोटा डीलर चुनाव को निष्पक्ष मानते हुए कार्यवाही करें और विजयी प्रत्याशी को कार्य करने की अनुमति दें।

