चकरनगर। हाल ही में चंबल सेंक्चुअरी विभाग द्वारा किए गए वार्षिक सर्वे में चंबल नदी में जलीय जीवों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। सर्वेक्षण के अनुसार, इस बार घड़ियालों की संख्या 1019, मगरमच्छों की संख्या 390 और डॉल्फिनों की संख्या 195 तक पहुंच गई है।
यह सर्वे इटावा-आगरा सीमा पर स्थित मुरींग से लेकर पचनद संगम तक करीब 80 किलोमीटर की दूरी में किया गया। रेंजर कोटेश त्यागी के अनुसार, हर वर्ष की तरह इस बार भी चंबल में जलीय जीवों की गणना की गई, और इस बार के परिणाम बेहद उत्साहजनक रहे हैं।
2021-22 में चंबल नदी में 692 घड़ियाल, 155 मगरमच्छ और 57 डॉल्फिनें पाई गई थीं। इसके बाद 2022-23 में घड़ियालों की संख्या बढ़कर 747, मगरमच्छों की संख्या 194 और डॉल्फिनों की संख्या 130 हो गई। इस साल यानी 2023-24 में ये आंकड़े और बढ़ते हुए 828 घड़ियाल, 264 मगरमच्छ और 187 डॉल्फिन तक पहुंच गए।
बुधवार को जारी किए गए ताजे सर्वेक्षण के अनुसार, 2024-25 में चंबल में घड़ियालों की संख्या 1019, मगरमच्छों की संख्या 310 और डॉल्फिनों की संख्या 195 हो गई है। यह आंकड़े यह सिद्ध करते हैं कि चंबल नदी में जलीय जीवों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है, जो पर्यावरण के लिए बेहद शुभ संकेत है।