सिरहौल के प्रगतिशील किसान अरविंद प्रताप सिंह परिहार ने काली गाजर की खेती से नई ऊर्जा कमाई है। अपनी आधा बीघा भूमि पर 10 हजार रुपये की लागत से काली गाजर की फसल उगाने वाले किसान अरविंद ने इस फसल से करीब 35 हजार रुपये का मुनाफा कमाया है।
काली गाजर में विटामिन ए, सी और ई के अलावा पोटैशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जो इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करते हैं और कई बीमारियों से बचाते हैं। इस स्वास्थ्यवर्धक सब्जी की बढ़ती मांग को देखते हुए अरविंद ने इसे आगरा और कानपुर जैसे बड़े बाजारों में बेचा है।
अरविंद ने बताया कि काली गाजर की खेती को लेकर किसानों में जागरूकता बढ़ रही है और इस फसल को अधिक से अधिक किसान अपनाने लगे हैं। उनके अनुसार, काली गाजर न केवल सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प भी बन सकता है।