जसवंतनगर। बलरई के बीहड़ में नीलगाय और गोवंशी के आतंक से किसानों का जीना दूभर हो गया है। इन जंगली जानवरों की वजह से आलू, सरसों, मटर और गेहूं की फसलें बर्बाद हो रही हैं। दर्जनों की संख्या में नीलगाय और गोवंशी खेतों में घुसकर फसलों को रौंद रहे हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
किसानों का कहना है कि इन जानवरों के आतंक से उनकी मेहनत पूरी तरह बर्बाद हो रही है। खेतों में लगी फसलें हर दिन नष्ट हो रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो उनकी मेहनत पूरी तरह व्यर्थ हो जाएगी और वे अपनी फसलों से हाथ धो बैठेंगे।
कुछ किसानों ने फसल बचाने के लिए रातभर जागकर खेतों की निगरानी करने की बात कही, लेकिन यह उपाय भी पर्याप्त साबित नहीं हो रहा है। इन जंगली जानवरों के डर से खेतों में काम करना मुश्किल हो गया है। किसानों ने इन जानवरों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाने की मांग की है, ताकि उनकी फसलों को बचाया जा सके।
वन विभाग और प्रशासन से उम्मीद जताई जा रही है कि वे इस समस्या को गंभीरता से लेकर शीघ्र कोई ठोस कदम उठाएंगे। अगर इस पर जल्दी कार्रवाई नहीं की गई तो किसानों का नुकसान और बढ़ सकता है।