इटावा के प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान अगस्त्य अकैडमी के निदेशक डी. एस. राजपूत ने फिजिक्स विषय में अपनी अलग पहचान बनाई है। कानपुर यूनिवर्सिटी से गणित में स्नातक और फिजिक्स में परास्नातक डिग्री हासिल करने वाले डी. एस. राजपूत अपनी गहरी विषय समझ और छात्रों को प्रेरित करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
फिजिक्स जैसे जटिल विषय को सरल और रोचक तरीके से पढ़ाने में उनका कोई सानी नहीं है। उनके पढ़ाने का तरीका छात्रों को न केवल विषय को गहराई से समझने में मदद करता है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। वे स्मार्ट बोर्ड और आधुनिक शिक्षण तकनीकों का उपयोग करके छात्रों को वास्तविक जीवन के उदाहरणों के साथ पढ़ाई का अनुभव कराते हैं। उनकी पढ़ाई में अनुशासन और समय प्रबंधन का विशेष महत्व है, जो छात्रों को अपनी पढ़ाई में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
डी. एस. राजपूत के निर्देशन में अगस्त्य अकैडमी ने फिजिक्स के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। संस्थान के कई छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं में 100% अंक प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, NEET और IIT JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी संस्थान के छात्र बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
उनके छात्रों ने दिल्ली यूनिवर्सिटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाकर अकैडमी का नाम रोशन किया है। छात्र और अभिभावक दोनों ही डी. एस. राजपूत के शिक्षण और अनुशासन के कायल हैं। उनका मानना है कि राजपूत सर का पढ़ाने का तरीका न केवल विषय को आसान बनाता है, बल्कि छात्रों को जीवन में अनुशासन और आत्मनिर्भरता भी सिखाता है।
डी. एस. राजपूत की शिक्षण शैली ने इटावा के छात्रों के शैक्षणिक दृष्टिकोण को पूरी तरह बदल दिया है। उनकी क्लास में हर छात्र को व्यक्तिगत ध्यान दिया जाता है, जिससे वे अपने संदेहों को स्पष्ट कर सकें और आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई कर सकें। उनके पास फिजिक्स के हर छोटे से छोटे पहलू को समझाने का अनूठा तरीका है, जिससे छात्रों को यह महसूस होता है कि फिजिक्स कोई कठिन विषय नहीं, बल्कि तार्किक सोच और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझने का एक साधन है।
उनकी शिक्षण पद्धति में व्यावहारिकता पर खास जोर दिया जाता है। वे छात्रों को न केवल परीक्षा के लिए तैयार करते हैं, बल्कि उन्हें फिजिक्स के वास्तविक जीवन में उपयोग और महत्व को समझाते हैं। यह पद्धति न केवल उनकी बोर्ड परीक्षाओं के लिए उपयोगी होती है, बल्कि यह उनके करियर निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होती है। डी. एस. राजपूत का मानना है कि फिजिक्स केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे चारों ओर के हर क्रिया-कलाप का हिस्सा है।
अगस्त्य अकैडमी का अनुशासनपूर्ण माहौल भी इसकी सफलता का एक बड़ा कारण है। यहां समय प्रबंधन, नियमित मॉक टेस्ट और छात्रों की प्रगति का विश्लेषण करना प्राथमिकता है। डी. एस. राजपूत खुद इस प्रक्रिया का हिस्सा बनते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि हर छात्र अपने लक्ष्यों की ओर सही दिशा में बढ़ रहा है।
डी. एस. राजपूत की अगस्त्य अकैडमी ने इटावा में फिजिक्स विषय के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी है। यह संस्थान न केवल छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार कर रहा है, बल्कि उनके अंदर आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास भी जगा रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि डी. एस. राजपूत और अगस्त्य अकैडमी ने इटावा में शिक्षा का नया मानदंड स्थापित किया है। अगर आप भी फिजिक्स में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं और अपने शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं, तो अगस्त्य अकैडमी से जुड़ना आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
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पता: अगस्त्य अकैडमी, राधिका स्टेशनर्स वाली गली, बलराम सिंह चौराहा, इटावा।
Mob: 9536355009, 8840241892