Monday, December 1, 2025

आगरा सूबे में चला गया इटावा का कुछ भाग

Share This

शेरशाह तथा सूर शासन के पश्‍चात 1556 ई0 से अकबर का राज्‍य स्‍थापि‍त हो गया। अकबर के काल में इटावा का कुछ भाग आगरा सूबे में चला गया। यहां पर फौजों  की टुकड़ि‍यां तैनात कर दी गयीं। इटावा के गवर्नर अली  कुलीखां  को तथा जागीरदार बहादुर खां को बनाया गया। 1601  ई0 में शहजादे सलीम ने इलाहाबाद में वि‍द्रोह कर दि‍या। सलीम को इटावा के चौहानों ने सहायता का आश्‍वासन  दि‍या था। सलीम जब इटावा पहुंचा तब तक अकबर ने सख्‍त कदम उठा लि‍ये थे,बाद में सलीम वापस इलाहाबाद लौट गया। अकबर तथा सलीम के मध्‍य समझौते में इटावा के चौहानों की वि‍शेष भूमि‍का रही थी।

औरंगजेब के पश्‍चात मुगल साम्राज्‍य का विघटन  प्रारम्‍भ हुआ। देश के वि‍भि‍न्‍न भागों में राजपूत एवं मुस्‍ि‍लम सामन्‍त स्‍वतंत्र होने लगे। इटावा के चौहानों ने केन्‍द्र को राजस्‍व देना बन्‍द कर दि‍या और वि‍द्रोही माने गए 1714 ई0 में मुगल बादशाह  फरूखशि‍यर ने एक बार फि‍र चौहानों  के दमन के  लि‍ये एक  सेना  भेजी  लेकि‍न यह दमन भी कालजयी नहीं हुआ।

Share This
Ashish Bajpai
Ashish Bajpaihttps://etawahlive.com/
Content Writer, Call-7017070200, 9412182324, Email-cimtindia@gmail.com, बस एक क्लिक में जाने अपने इटावा को।
spot_img
अपनी खबर या कोई समस्या इटावा लाइव पर निशुल्क प्रकाशित करने हेतु हमें Whatsapp - 7017070200, Email – etawah.news@gmail.com पर जरुर भेंजें।

Read more

वोट करें

हमारा इटावा

इटावा पर हुआ लड़ाकू जाति‍ का अधि‍कार

1761 ई0 में पानीपत के युद्ध में मराठे  अहमदशाह अब्‍दाली से हार गये । अब्‍दाली  ने भारत से जाते समय अपने बहुत  से प्रदेश...

शिक्षाविद

अनुशासन, समर्पण और उत्कृष्ट शिक्षा का पर्याय, इटावा में केमिस्ट्री के सर्वश्रेष्ठ गुरु: विपिन पटेल

विपिन पटेल इटावा में शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, जिन्होंने अपने समर्पण और मेहनत से हजारों छात्रों को सफलता की राह...

राजनीतिज्ञ

समाज और राजनीति को समर्पित इटावा के समाजवादी नेता वीरू भदौरिया

ठा. वीर भान सिंह भदौरिया, जिन्हें इटावा जनपद में लोग प्रेम से वीरू भदौरिया कहते हैं, का जन्म 2 अप्रैल 1970 को उदी, इटावा...

प्रशासनिक अधिकारी

अभिनव रंजन श्रीवास्तव एक प्रभावी प्रशासनिक अधिकारी और कुशल टीम प्रबंधक

उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक सेवा में अपनी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन से पहचान बनाने वाले इटावा के अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव आज...

प्रमुख संस्थान

इटावा में 100 वर्षों से मिठास और विश्वास की पहचान : श्री बल्देव प्रसाद सुरेश यादव मिष्ठान भण्डार

इटावा की पहचान सिर्फ उसकी ऐतिहासिक धरोहरों या जनप्रतिनिधियों से नहीं, बल्कि उसकी मिठास से भी है, और इस मिठास का सबसे प्रामाणिक नाम...

चिकित्सक

शुगर का स्थायी इलाज: कुछ ही महीनों में पाएं पूर्ण मुक्ति-डॉ ए. के. गुप्ता

शुगर, आजकल एक आम बीमारी बन गई है। इसके चलते लोगों को जिंदगी भर अंग्रेजी दवाओं और इन्सुलिन के सहारे जीना पड़ता है। लेकिन...

चर्चित व्यक्तिव

इटावा के ‘फैब फोर’: आकर्षक व्यक्तित्व और बेमिसाल प्रशासन का परफेक्ट कॉम्बो

इटावा में इन दिनों चार प्रमुख अधिकारियों की चर्चा जोरों पर है। जिलाधिकारी अवनीश राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी...

पत्रकार

वी पी राजन: पत्रकार, जनप्रतिनिधि और समाज सेवक का अनूठा संगम

वरिष्ठ पत्रकार वी पी राजन, जिनका पूरा नाम वीर पाल सिंह राजन है, इटावा के प्रसिद्ध और सम्मानित पत्रकारों में से एक हैं। उनका...

टॉप आर्टिकल्स

शरद तिवारी की अनमोल सेवा, लावारिस शवों को दिलाई गरिमामयी विदाई

शरद तिवारी: एक समर्पित समाजसेवी इटावा में शरद तिवारी का नाम समाज सेवा और मानवता के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है।...

व्यवसायी

सर्वेश यादव : एक समर्पित समाजसेवी और सुरक्षा एजेंसी के प्रबंधक

सर्वेश यादव, जनपद इटावा ही नहीं पूरे प्रदेश की सबसे भरोसेमंद सिक्योरिटी एजेंसी "एस.के. ग्रुप ऑफ सिक्योरिटी सर्विस" के प्रबंधक हैं। वे एक व्यवहार...

समाजसेवी

गौरैया की चहचहाहट में जीवन खोजती एक शिक्षिका : डॉ. सुनीता यादव

डॉ॰ सुनीता यादव का जन्म 21 जून 1976 को मैनपुरी जनपद के ग्राम अण्डनी, करहल में हुआ। पिता स्वर्गीय रामनारायण यादव, जो करहल के...

पूर्व अधिकारी