इटावा सृष्टि के सृजक व सप्त ऋषियों के प्रमुख महर्षि कश्यप की जयंती बुधवार को श्रद्धाभाव के साथ हर्षोल्लास से मनाई गई। शहर के करनपुरा में भव्य महर्षि कश्यप जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम में मौजूद समाज के वरिष्ठ लोगों ने समाज उत्थान की बात की। इस मौके पर कश्यप समाज के बड़े बुजुर्गों का पगड़ी व फूल माला पहनाकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अथिति मनोज गुरूजी व विशिष्ट अतिथि समासद रमेश बाथम ने महर्षि कश्यप के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप जलाकर किया।
कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कश्यप समाज को विकास व उत्थान की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा और संघर्ष के साथ-साथ भगवान महर्षि कश्यप के आदर्शों को अपनाकर बौद्धिक विकास करने की बात कही। यह भी बताया गया कि महर्षि कश्यप आदि ऋषि थे आज की युवा पीढ़ी को उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
अतिथियों ने अशोक बाथम, पलटू राम बाथम, सुखरानी कश्यप,आशा देवी कश्यप, संतोष बाथम, कल्लू बाथम, रामनरेश बाथम, महेश बाथम, हुकुम सिंह बाथम, संजय बाथम, रानी देवी, पूरन बाथम, रामकुमार बाथम, सुनील नेता, भारत सिंह कश्यप, श्यामलाल कश्यप, आसाराम कश्यप, मुकेश बाथम, सुरेश बाथम, सुरेश बाथम, कृष्णा देवी, संगीता कश्यप, अनीता बाथम, गीता बाथम को माला व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में गणेश बाथम, विपिन कश्यप, विनय बाथम, रिंकू कश्यप, विवेक बाथम, रविंद्र कश्यप, सोनू बाथम, अजय बाथम, रामदीन बाथम, जितेंद्र बाथम, राहुल बाथम, अभिषेक कश्यप, हिमांशु बाथम, सुमित कश्यप, रवि बाथम, कुलदीप बाथम, मोहन बाथम, शरद बाथम पुनीत बाथम ने सहयोग प्रदान किया।