इटावा । थाना फ्रेंड्स कॉलोनी के अंतर्गत इटगांव में शिकार के उद्देश्य से घनी मूंज के नीचे घात लगाये बैठे 10 फीट लम्बे व लगभग 25 किलो वजनी अजगर को खेत में वहाँ कार्य कर रहे ग्रामीणों ने देख लिया और देखते देखते सैकडों ग्रामीण इकठ्ठे हो गये। तब थाना फ्रेंड्स कॉलोनी के डायल 112 सेवा से कांस्टेबल स्वदेश कुमार ने पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्य कर रही संस्था ओशन के महासचिव एवं वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ अशीष त्रिपाठी को इटगांव में एक खेत पर अजगर के दिखाई देने की
सूचना दी। सूचना मिलते ही डॉ आशीष त्रिपाठी मौके पर पहुँचे और उस अजगर को कड़ी मशक्कत के बाद काबू में कर सुरक्षित रेस्क्यू कर पकड़ लिया। मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने जानकारी देते हुये बताया कि यह लगभग 10 फीट लम्बा एवं 25 किलो वजनी अजगर पायथन मोलूरस प्रजाति का था । वन्यजीव अधिनियम 1972 के तहत य़ह एक संरक्षित प्राणी भी घोषित है इसमे कोई भी जहर ही नहीं होता है। इसे मारने या नुकसान पहुंचाने पर सजा और जुर्माने दौनों का प्रावधान है। रेसक्यू के बाद अजगर को सुरक्षित पकड़कर उसके प्राकृत वास में बिना किसी नुकसान पहुंचाये ही प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी इटावा अतुलकांत शुक्ला के निर्देशन में सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया। विदित हो कि जनपद इटावा मे संस्था ओशन के द्वारा चलाये जा रहे सर्प दंश जागरुकता एवं वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का ही बहुत बड़ा असर हुआ है कि अब लोगों ने वन्यजीवों को मारना छोड़ दिया है।