आगामी 7 दिसंबर से शुरू होने वाली नुमाइश को लेकर तैयारियों में तेजी आ गई है। इसी क्रम में दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अपर जिलाधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि 508 दुकानदारों को उनकी दुकानें आवंटित कर दी गई हैं, जिसमें पूर्व में काबिज दुकानदारों को प्राथमिकता प्रदान की गई है।
बीते दिन बाहर से आए व्यापारियों ने आवंटन में देरी और प्रवेश न मिलने पर नाराज़गी जताई थी। उनका कहना था कि दुकानों के आवंटन में विलंब से व्यापार प्रभावित हो रहा है, वहीं नयी प्रक्रिया को लेकर भी असंतोष व्यक्त किया गया। नई व्यवस्था के अनुसार, नुमाइश प्रशासन ने एक जैसी वस्तुओं की दुकानें एक ही लाइन में लगाने का निर्णय लिया था — जैसे खिलौने, कपड़े, घरेलू सामान आदि— जिस पर कई दुकानदारों ने आपत्ति जताई।
व्यापारियों ने यह भी बताया कि अभी तक उन्हें नुमाइश परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था, जिससे उनका करोड़ों का सामान खुले में पड़ा हुआ है।
इस बीच, अपर जिलाधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि नुमाइश को साफ–सुथरा और उच्च स्तरीय स्वरूप देने के लिए नई व्यवस्थाएँ लागू की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आवंटन प्रक्रिया अब सुचारू रूप से चल रही है और आवंटित दुकानदारों की पूरी सूची नुमाइश परिसर में चस्पा कर दी गई है।
प्रशासन का दावा है कि आने वाले दिनों में शेष दुकानों का आवंटन भी पूरा कर दिया जाएगा, जिससे व्यापारियों को समय से अपनी दुकानें सजाने का अवसर मिल सके।

