चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई विशेष मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया (एसआईआर) को लेकर कांग्रेस पार्टी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस जिला अध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने कहा कि जनपद के कई क्षेत्रों में बीएलओ द्वारा की जा रही अनियमितताओं के कारण आम जनमानस अपने सबसे बड़े अधिकार मताधिकार से वंचित होता हुआ दिखाई दे रहा है।
उन्होंने दावा किया कि “जैसे बिहार में गलत एसआईआर कराकर चुनाव आयोग ने बीजेपी सरकार को फायदा पहुँचाया, वैसा ही स्वरूप अब उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है।” जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण में मनमानी और लापरवाही से बड़ी संख्या में लोगों के नाम सूची से हटने की आशंका बढ़ गई है।
इसी क्रम में कांग्रेस शहर अध्यक्ष मोहम्मद राशिद ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताते हुए कहा कि एसआईआर प्रक्रिया के लिए निर्धारित एक महीने की कम समयावधि स्पष्ट रूप से आयोग की मंशा पर सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में सभी मतदाताओं का सत्यापन करना संभव नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से समय बढ़ाए जाने की मांग की, ताकि कोई भी मतदाता नामांकन से वंचित न हो पाए।
प्रेस वार्ता में पूर्व शहर अध्यक्ष एडवोकेट पल्लव दुबे, पीसीसी सदस्य प्रमोद शंखवार, प्रशांत तिवारी, प्रवक्ता वाचस्पति द्विवेदी, प्रेरणा ज़ुबैरी, सरवर अली, प्रदीप दुबे, अनूप सिंह परमार, अंसार अहमद सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि एसआईआर प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं लाई गई और समय सीमा नहीं बढ़ाई गई, तो पार्टी व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

