डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर जनपद की तहसीलों व जिला अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं पर गंभीर चिंता जताई। अधिवक्ताओं ने कहा कि सदर तहसील सहित जनपद की सभी तहसीलों में लेखपाल, कानूनगो व कई जिम्मेदार कर्मचारी घोर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसके कारण वादकारियों व कास्तकारों को शासन की मंशा के अनुरूप समयबद्ध न्याय नहीं मिल पा रहा है।
ज्ञापन में 20 नवंबर 2025 को तहसील सदर में घटी शर्मनाक घटना को अत्यंत चिंताजनक बताते हुए कहा गया कि ऐसी घटनाएँ न्याय व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। अधिवक्ताओं ने कहा कि यही स्थिति उपनिबंधक कार्यालयों में भी व्याप्त है, जहाँ अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के कारण आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जिला अस्पताल के इमरजेंसी विभाग और एक्स-रे विभाग में भी गंभीर अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बार एसोसिएशन ने कहा कि अनुचित लाभ दिए बिना किसी कार्य का होना लगभग असंभव है। ऐसे संवेदनशील विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार सीधे आम जनता को प्रभावित करता है, जो बेहद चिंताजनक है।
ज्ञापन में मांग की गई कि शासन की मंशा के अनुरूप तुरंत प्रभावी कार्रवाई की जाए, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार आ सके।
इस दौरान जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी, महामंत्री नितिन तिवारी, कोषाध्यक्ष प्रभाकर त्रिपाठी सहित लगभग आधा सैकड़ा अधिवक्ता उपस्थित रहे।

