जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, इटावा के तत्वावधान में एवं जिला जज रजत जैन के निर्देशन में मुख्यालय सहित सभी तहसीलों में विधिक सेवा दिवस बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों पर जनजागरूकता शिविर, गोष्ठियां, रैली और संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
मुख्य कार्यक्रम हाइवे स्थित शिवपाल महाविद्यालय, जसवंतनगर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला जज रूपेंद्र सिंह टोंगर ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को नि:शुल्क विधिक सहायता प्रदान करना और न्याय तक समान पहुंच सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी होनी चाहिए ताकि समाज में न्याय और समानता की भावना सशक्त हो सके।
उन्होंने बताया कि एआई मोबाइल ऐप “न्याय मार्ग” लॉन्च किया गया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से कानूनी सलाह प्राप्त कर सकता है। साथ ही, सोशल मीडिया कनेक्टिविटी और हेल्पलाइन नंबर 15100 की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि तहसीलदार नेहा सचान ने सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य हर गरीब और वंचित व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं का लाभ उठाएं और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें।
बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रेम कुमार शाक्य ने विधिक सेवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर बच्चे को सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान का अधिकार है। उन्होंने बाल शोषण, बाल श्रम और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की दिशा में सभी को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्रबंधक विश्वनाथ प्रताप सिंह सोनू ने मुख्य अतिथि अपर जिला जज व तहसीलदार को बुके और प्रतीक चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का संचालन शिविर संयोजक पीएलवी रामसुंदर दुबे ने किया और अंत में उपस्थित जनों को विधिक सहायता योजनाओं के प्रचार-प्रसार में सहयोग का संकल्प दिलाया।
कॉलेज के उप प्रबंधक आशुतोष टोनू ने धन्यवाद ज्ञापित किया। विधिक जागरूकता के लिए रैली भी निकाली गई। इस अवसर पर पैरा लीगल वॉलंटियर ऋषभ दुबे, लालमन बाथम, राजेंद्र यादव, नीरज, प्राधिकरण कार्यालय से ऋषि ठाकुर और आदेश, सहित शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

