उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) में विश्व सोरायसिस दिवस के अवसर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सोरायसिस और वाइटिलिगो जैसे त्वचा रोगों के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना और सही जानकारी, सही इलाज तथा सहयोग के महत्व को रेखांकित करना था।

कार्यक्रम का संचालन माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने उपस्थित जनसमूह को बताया कि सोरायसिस कोई शर्म की नहीं, बल्कि समझ की बात है। इसे सही उपचार और समय पर परामर्श के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।

इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत ने कहा कि “विश्व सोरायसिस दिवस सहानुभूति और सामाजिक स्वीकार्यता का प्रतीक है। समाज को चाहिए कि ऐसे रोगों से पीड़ित लोगों के प्रति संवेदनशील बने और उन्हें मानसिक सहयोग प्रदान करे।”

कार्यक्रम में चिकित्सक, छात्र-छात्राएं और आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे तथा सोरायसिस के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।


